लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कोरी घोषणाएं करने का आरोप लगाते हुए उसे इन सेवाओं की हकीकत पर श्वेत पत्र जारी करने की चुनौती दी। यादव ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जनता को बरगलाने के लिए रोजाना प्रस्तावित योजनाओं की घोषणा कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का दावा कर रहे हैं लेकिन हकीकत तो यह है कि पहले से जो मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं उनमें भी दवा और इलाज का उचित प्रबन्ध नहीं है।
संविदा पर भी अस्पतालों में डॉक्टर नहीं मिल रहे हैं।” सपा प्रमुख ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा, “मुख्यमंत्री की घोषणाएं अगर दिखावे के लिए नहीं हैं तो भाजपा सरकार को तत्काल श्वेतपत्र प्रकाशित करना चाहिए ताकि पता चल सके कि सरकारी घोषणाओं और हकीकत में कितना अन्तर है।”
उन्होंने कहा, “सच्चाई यह है कि भाजपा सरकार ने अपने वरिष्ठ नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर चिकित्सा विश्वविद्यालय बनाई थी उसका संचालन आज भी लखनऊ के गोमती नगर स्थित राम मनोहर लोहिया संस्थान से किया जा रहा है, जो भाजपा सरकार अब तक अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल विश्वविद्यालय की परियोजना को जमीन पर नहीं उतार सकी, वह पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में कैसे सुधार लाएगी।