लखनऊ: UPPSC एवं UPSSSC द्वारा विभिन्न पदों पर चयनित 510 अभ्यर्थियों को सीएम योगी ने नियुक्ति पत्र वितरण किया। सीएम योगी ने सफल अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों को हृदय से बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए महत्वपूर्ण क्षण है कि सचिवालय प्रशासन के समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जिन अभ्यर्थियों का चयन हुआ वो अलग अलग पृष्ठभूमि और अलग अलग क्षेत्र से है। कोई सोच सकता था कि बिजनौर और अम्बेडकर नगर से कोई नियुक्त होगा,लेकिन आज बदलाव दिख रहा है।
उन्होंने कहा कि जब संवेदनशील सरकार है तो जनता के साथ भेदभाव कैसे होगा। क्योंकि इससे बड़ा पाप कुछ नहीं हो सकता है। उन्होंने पूर्व की सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जनता ने समय समय पर उन भेदभाव करने वाले लोगो सबक भी सिखाया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने निष्पक्ष व पारदर्शी भर्ती की प्रक्रिया बनाई जिससे किसी के साथ भेद भाव न हो।
चुनौतियों से घबराना नहीं उसका सामना करने की जरुरत
योगी ने कहा कि कुछ कर गुजरने की तमन्ना होनी चाहिए तो सब कुछ संभव हो जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी हमेशा कहते है चुनौतियों से घबराना कैसा। उसका सामना करने के लिए सामर्थ्य पैदा करना होगा। उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि पिछले छ वर्ष मे छ लाख नियुक्ति हम दे चुके है। 2021 से अबतक डेढ़ वर्ष मे 16 नियुक्ति पत्र कार्यक्रम कर चुके है इसमे 55 हजार सरकारी नौकरी हमने दी है। निर्वाचन विभाग को आज 128 कनिष्ठ सहायक प्राप्त हुए है। योगी ने कहा कि अभी हाल में नगर निकाय चुनाव हुए,छ करोड़ मतदाता थे,17 नगर निगम थे..इन सब मे शांतिपूर्ण बिना हिंसा,बिना बूथ कैपचरिंग के चुनाव सम्पन्न हुए। लेकिन आप ने देखा होगा कि बंगाल पंचायत चुनाव देखे मतदान के दिन हिंसा हुई,मत गणना के दिन भी हिंसा हुई, ये लोग लोकतंत्र की बात करते है। लेकिन यही लोग हिंसा करते है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव करवाए कोई हिंसा नहीं,विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुए कोई हिंसा नहीं हुआ। इच्छा शक्ति होनी चाहिए… फिर सब काम संभव हो सकता है।
2017 के पहले UP में भी होती थी हिंसा
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये उत्तर प्रदेश यही प्रदेश है 2017 के पहले यहां भी हिंसा होती थी। लेकिन आज कोई हिंसा की बता कर ही नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि जो लोग निर्वाचन आयोग मे चयनित हुए वो लोकतान्त्रिक व्यवस्था को संचालित करने में सहायक होंगे जो लोग सचिवालय प्रशासन मे जो चयनित हुए है उनको समझना होगा,जो व्यवहार हमे अपने साथ बुरा लगता है,वो दूसरे के साथ नही होना चाहिए। कोई भी फ़ाइल पेंडिंग न हो,तीन दिन से ज्यादा कोई फ़ाइल कही रुक नही सकती,मै खुद कितनी भी व्यस्तता हो,फ़ाइलो को पहले निपटाता हूं। पिछले छ वर्ष में ईमानदारी से किये गये कार्य से आज बदलाव दिखता है, इसीलिए पिछले डेढ़ वर्ष मे कोरोना के और तीन बड़े चुनाव होने के बावजूद 55 हजार नियुक्तिपत्र दिये है। आप से शासन और मै खुद इस बात की अपेक्षा रखता हूं कि जिस शुचिता पूर्ण प्रक्रिया से आपकी नियुक्ति हुई,उसी ईमानदारी और शुचिता से शासन की मंशा अनुरूप कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि आज नियुक्ति पर कोई उंगली नहीं उठा सकता,आरक्षण का नियम संगत लाभ हर तबके को मिल रहा है।