पुलिस मुठभेड़ में पानीपत के समालखा कस्बे के गांव ढोडपुर के नजदीक लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर प्रियव्रत का छोटा भाई राकेश ढेर हो गया, जबकि एक अन्य बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। गाड़ी में तीन व्यक्ति सवार बताए जा रहे। मृतक का भाई प्रियव्रत उर्फ फौजी रंगदारी के पानीपत और कुरुक्षेत्र के मामले में आरोपी है। बदमाशों के एक अन्य साथी के बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।
ऐसे हुआ बदमाशों को एनकाउंटर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ दिनों पहले बदमाशों की उनके अपने एक-दो साथियों से अनबन हो गई थी, जिसके चलते उनमें रंजिश पैदा हो गई। इसी बीच बदमाशों ने अनबन की जानकारी पुलिस के मुखबिर को दी और बताया कि राकेश अपने साथियों के साथ समालखा में है। सीआईए-टू पानीपत प्रभारी वीरेंद्र कुमार शुक्रवार की रात आठ बजे के करीब टीम के साथ गश्त पर थे। तभी उनको सूचना मिली की एक गाड़ी में कुछ संदिग्ध किस्म के लोग पानीपत की तरफ आ रहे हैं। बदमाश बिना नंबर प्लेट की सिल्वर गाड़ी में सवार थे। सूचना पर पुलिस टीम ने आरोपियों का पीछा किया। जैसे ही वे नारायणा रोड पर ढोडपुर मोड़ के पास पहुंचे तो बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। पुलिस ने बदमाशों को सरेंडर करने को कहा, लेकिन बदमाशों ने फायरिंग चालू रखी। इसी दौरान पुलिस की ओर जवाबी फायरिंग में दो बदमाशों को गोलियां लगी, जबकि तीसरा मौके से फरार हो गया। पुलिस दोनों बदमाशों को लेकर सिविल अस्पताल पहुंची, जहां चेकअप के बाद एक को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि दूसरे की हालत नाजुक होने पर उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया।
शरीर में चोट के कोई निशान नहीं
SP ने बताया कि राकेश उर्फ राका की मौत हो गई। हमने डॉक्टर को कहा है कि राकेश की सभी चोटों की बारीकी से वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी करें। पोस्टमार्टम की भी वीडियोग्राफी कराएं। फिलहाल डॉक्टरों ने बताया कि इसके सिर्फ पैर में ही चोट के निशान हैं।इसके अलावा राकेश के पूरे शरीर पर कोई निशान नहीं है। अब पोस्टमार्टम में ही क्लीयर होगा कि मौत किस वजह हुई है। क्या यह हार्ट अटैक है या सदमा है। राकेश, सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में आरोपी प्रियव्रत फौजी का भाई था। सोनू के खिलाफ भी रंगदारी मांगने के कई मामले दर्ज हैं।