सब्जी और जरूरी खाद्य सामग्री की कीमतों में उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी से नाखुश समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने जनसामान्य को महंगाई की आग में जलाने और पूंजीघरानों की झोली भरने का काम किया है। यादव ने जारी बयान में कहा कि भाजपाराज में वसूली और लूट के चलते जनता की जेब पर महंगाई का डाका पड़ रहा है। टमाटर हो या अदरक, परवल, शिमला मिर्च, हरी मिर्च हो या मशरूम सभी के दाम आसमान छूने लगे है। यही नहीं अरहर, चना की दाल और आटा चावल भी महंगा हो गया है। गरीब की थाली अब खाली है। सामान्य परिवार कैसे पाले। लोग क्या खाएं क्या बचाएं।
महंगाई की चक्की में पिस रही है जनता: अखिलेश यादव
उन्होंने कहा कि जनता महंगाई की चक्की में पिस रही है और भाजपा सरकार कभी काशी, कभी गोरखपुर या अयोध्या में बड़े-बड़े बयानों की सौगात बांटने के साथ नए-नए जश्न मनाने में मगन है। टमाटर 100 से 150 रूपए, परवल 100 से 120, लहसुन 200 रूपए में बिक रहा है। कोई सब्जी बाजार में 40 रूपए किलो से कम नहीं मिल रही है। जून महीने में अरहर, चना की दाल के दाम 12 फीसदी बढ़े हैं तो गेहूं का आटा की कीमत 9 फीसदी दर से बढ़ गई। चावल के दाम 12 प्रतिशत बढ़ गए हैं।
महंगाई पर काबू पाने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है भाजपा सरकार: अखिलेश यादव
यादव ने कहा कि दरअसल भाजपा सरकार महंगाई पर काबू पाने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। डबल इंजन सरकार ने जनसामान्य को महंगाई की आग में जलाने और पूंजीघरानों की झोली भरने का काम किया है। ये बड़े पूंजीघराने ही चुनाव में भाजपा के मददगार रहते हैं। अपने लाभ के लिए भाजपा बढ़े बैंक घाटे, कर्ज लेकर भाग रहे उद्योगपतियों के मामले में जरा भी चिंतित नहीं है। जनता भुगत रही है, भाजपा सरकार मस्त है। उन्होने कहा कि समाजवादी पार्टी मानती है कि महंगाई से मुक्ति पाने के लिए भाजपा को सत्ता से हटाना जरूरी हो गया है। दाम बांधो नीति का जो नारा डॉ राममनोहर लोहिया जी ने दिया था उसे समाजवादी ही पूरा कर सकते हैं। समाजवादी व्यवस्था परिवर्तन के हामी हैं जिसमें गरीबों, वंचितों को विशेष अवसर दिया जाता है।