बरेली: लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीट जीतने का लक्ष्य है। नेता अपने-अपने समाज के लोगों को जोड़ें और सपा की नीतियों का प्रसार-प्रचार करें। लोकसभा के लिए प्रत्याशी का चयन किसी की सिफारिश पर नहीं सर्वे करा कर घोषित किया जाएगा। यह बात गुरुवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बरेली के नेताओं से लखनऊ में कही। सुझाव जानने के लिए पार्टी अध्यक्ष ने उन्हें बुलाया था।
जिसे भी प्रत्याशी घोषित करें उसे बदला नहीं जाए
बरेली के नेताओं ने अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रत्याशी घोषित करने में पार्टी से बहुत देर हो जाती है। इसका असर चुनाव परिणाम पर पड़ता है। कहा कि जिसे भी प्रत्याशी घोषित करें उसे बदला नहीं जाए और प्रत्याशी जल्द घोषित किया जाए। इससे प्रत्याशी को भी बूथ कमेटी से संपर्क करने और सुझाव देकर नए नाम जोड़ने में मदद मिलती है।
मतभेद भुलाकर चुनाव की तैयारी में जुट जाएं कार्यकर्ता
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नेताओं से खुलकर अपनी बात कहने को कहा। नेताओं ने कहा कि संगठन में सम्मान और अनुशासन नहीं होने से विपरीत असर पड़ा है। कुछ ने संगठन के प्रति अपनी भड़ास निकाली तो कुछ ऐसे भी थे, जिन्होंने संगठन में सुधार लाने के लिए कड़े निर्णय लेने की बात कही। अखिलेश ने सभी के सुझाव को पार्टी के लिए हितकर बताते हुए मतभेद भुलाकर चुनाव की तैयारी में जुटने की बात कही है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि बैठक मे सभी लोगों ने अपने अपने विचार अध्यक्ष के सामने व्यक्त किए। बैठक में राष्ट्रीय महासचिव-शिवपाल सिंह यादव ने भी विचार रखे। शीघ्र कमेटी गठन की बात न भी अध्यक्ष ने कही है।
बरेली जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप समेत कई नेता रहे मौजूद
इस दौरान जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप, महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, विधायक अताउर रहमान, पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन, वीरपाल सिंह, यादव, पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन, पूर्व विधायक आरके शर्मा, महिपाल यादव, सुल्तान बेग, विजय कुमार, हाजी गुड्डू, रवीन्द्र यादव, आरिफ कुरैशी, साधना मिश्र, कदीर अहमद, अंबर शानू, शुभलेश यादव, अगम मौर्य आदि मौजूद रहे।