कनाडा में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद उनके समर्थकों ने भारत के खिलाफ नया मोर्चा खोल दिया है। गुरु नानक सिख गुरुद्वारा डेल्टा के प्रमुख भाई हरदीप सिंह निज्जर की स्मृति में बनाई गई समिति द्वारा एक शहीदी समारोह का आयोजन किया गया। इसमें कनाडा के सांसदों व गुरु नानक सिख गुरुद्वारा की प्रबंधन समिति ने भाई निज्जर के निधन को कनाडा के लिए अपूर्णीय क्षति बताया। सभा में पंथक वक्ताओं ने भाई हरदीप सिंह निझर को कनाडा की धरती पर खालिस्तान का पहला शहीद घोषित किया और कहा कि अब भारत को आर्थिक तौर पर कमजोर करने की जरूरत है। उन्होंने कनाडा में भारत द्वारा बेचे जाने वाले सभी सामानों का बहिष्कार करने का ऐलान किया ।
इस मौके पर विधायक रचना सिंह ने कहा कि हरदीप सिंह निज्जर ने सर्रे में अनगिनत समाज सेवा के काम किए। उन्होंने कहा कि पंजाब से आने वाले छात्रों की हरसंभव मदद की गई और हरदीप सिंह एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने कोविड के दौरान अपने घरों में बंद लोगों के लिए हर दिन राशन की व्यवस्था करके मदद की। सांसद सुख धालीवाल, सांसद रणदीप सिंह सराय ने कहा कि सरकार हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को गंभीरता से देख रही है। कनाडा में सभी को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। इस मामले में विभिन्न एजेंसियां हत्यारों की सरगर्मी से तलाश कर रही हैं और किसी विदेशी देश की संलिप्तता पर नजर रख रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक जांच कराने पर भी विचार कर रही है।
इस अवसर पर श्री गुरुमीत सिंह तूर, सुनील कुमार, सरूप सिंह तूर, ज्ञान सिंह गिल गुरुद्वारा दशमेश दरबार, सुखदेव सिंह ढिल्लों, भाई अजायब सिंह बागड़ी, डॉ. गुरविंदर सिंह धालीवाल, हरबंस सिंह औजला, हरभजन सिंह अटवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर दल खालसा के भाई गजिंदर सिंह, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के प्रमुख जत्थेदार रणजीत सिंह नीता जम्मू, जत्थेदार अजीत सिंह, भाई रणजोध सिंह, खालिस्तान टाइगर फोर्स के जत्थेदार अमरीक सिंह अजनाला का संदेश पढ़ा गया। बता दें कि खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर कनाडा से लगातार आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता था. जिसके बाद भारतीय एजेंसियों ने उसे वांटेड लिस्ट में शामिल किया था।