कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व के कई नेताओं से मुलाकात करने के बाद सचिन पायलट जयपुर आ गए हैं। यहां आते ही पायलट ने अपने निवास पर पंजाब कांग्रेस प्रभारी और बायतु बाड़मेर से विधायक हरीश चौधरी, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और श्रीमाधोपुर से विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला सहित कई नेताओं से मुलाकात की है।
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और कांग्रेस दोनों ने अब तक स्पष्ट नहीं किया है कि संगठन या सरकार में उन्हें कौनसा नया पद मिलेगा? लेकिन पायलट की मुलाकातों से ये स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि उन्हें जल्दी ही पद से नवाजा जाएगा। कांग्रेस हाईकमान पायलट को साथ जोड़े रखने के लिए उन्हें कोई महत्वपूर्ण पद देकर शांत कराना चाहता है। लेकिन, पायलट के उठाए गए मुद्दों पर अभी तक कोई एक्शन की बात सामने नहीं आई है। क्योंकि सीएम अशोक गहलोत इस मूड में नहीं है। ऐसे में कोई जांच कमेटी बनाने तक मामला सीमित रह सकता है। अब गहलोत अपनी तरफ से कार्रवाई का विवरण हाईकमान तक भेजेंगे या फिर हाईकमान ही उन्हें कार्रवाई के निर्देश जारी करेगा? इसका जवाब जल्द ही दिल्ली में होने वाली बैठक के बाद मिल सकता है। पायलट की कई नेताओं से मुलाकात से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके समर्थकों में भी हलचल बढ़ा दी है
चर्चा का विषय यही है कि सचिन पायलट को केंद्रीय नेतृत्व कौन सी जिम्मेदारी देगा और आगामी समय में राजनीतिक हैसियत किसकी ज्यादा होगी। छत्तीसगढ़ की तरह राजस्थान में लंबे समय से गहलोत और पायलट के बीच चल रहे विवाद को खत्म करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व भी जुटा हुआ है। मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव का निर्णय भी किया जाना है। सूत्र बताते हैं कि सचिन पायलट 2 जुलाई तक जयपुर में ही रहेंगे। इस दौरान जयपुर वे अपने समर्थकों और विधायकों से भी मुलाकात कर सकते हैं।