लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में निवेश प्रस्तावों को लेकर योगी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उप्र की भाजपा सरकार के अधिकारीगण पहले निवेशकों को बुलाने के लिए देश-विदेश भ्रमण के लिए गये थे, अब उनको ढूँढने के लिए जाएँगे मतलब जनता के टैक्स का पैसा फिर बाहर जाएगा लेकिन अंदर कुछ भी नहीं आयेगा। जनता कह रही है ‘भाजपा के झूठे विकास का ये मॉडल’अब स्वीकार नहीं। दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश में करोड़ रुपये के निवेश का दावा किया था। सरकार ने इसके लिए विदेशों में अपने मंत्री भेजे थे।
हालांकि सरकार ने करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने के लिए हर विभाग में मिले निवेश प्रस्तावों को चिह्नित किए जा रहे हैं, जिन्हें अगस्त तक धरातल पर उतारा जा सके। कुल निवेश प्रस्तावों को उनकी प्रकृति के हिसाब से 7 सेक्टर में बांटा गया है। उन्हें मूर्त रूप देने के लिए निवेशकों से अगले चरण का संवाद भी शुरू कर दिया गया है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मिले 33.50 लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों को अमल में लाने के लिए सरकार ने उनके स्वरूप और संभावनाओं के हिसाब से अलग-अलग टाइमलाइन तय करनी शुरू कर दी है। कोशिश यह है कि अगले साल फरवरी तक 16 लाख करोड़ के प्रस्तावों को अमलीजामा पहनाने की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी जाए। 2025 की पहली तिमाही तक और 13 लाख करोड़ के प्रस्तावों को मूर्त रूप देने का लक्ष्य है।