राजस्थान के कोटा में पुलिस ने बृहस्पतिवार को 19 साल के किशोर को गिरफ्तार किया जिस पर उसके एक मित्र को अगवा करने और उसकी हत्या करने का आरोप है। पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में किए गए अपमान को लेकर इस अपराध को अंजाम दिया गया।
पुलिस के अनुसार, बारां जिले का निवासी 19 साल का सोहित मीणा कोटा शहर के महावीर नगर इलाके में अपने किराए के मकान से मंगलवार को लापता हो गया था। सोहित यहां कृषि पर्यवेक्षक चयन परीक्षा की तैयारी कर रहा था। जिस शाम मीणा लापता हुआ था उसी शाम उसकी बहन के व्हाट्सऐप पर सोहित की रिहाई के लिए 50 हजार की फिरौती का संदेश आया था। फिरौती का संदेश मिलने के बाद पीड़ित के पिता ने महावीर नगर पुलिस थाने में मंगलवार को शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद कोटा शहर के पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने तीन अलग-अलग टीमें मीणा का पता लगाने में लगा दी।
चौधरी ने कहा कि पुलिस ने अपनी छानबीन में अलग-अलग जगहों से कम से कम 1000 सीसीटीवी फुटेज को देखा और उसके दोस्त 19 साल के पीयूष राठौड़ को हिरासत में लिया। पुलिस का कहना है कि मीणा और ठाकुर महावीर नगर इलाके की एक ही इमारत में अलग-अलग कमरे में रहते थे।
एसपी का कहना है कि पूछताछ के दौरान ठाकुर ने पुलिस को बताया उसने ही मीणा का कत्ल किया है और उसके शव को छठनेश्वर मंदिर के समीप चंबल की सहायक नदी अल्निया नदी में एक भारी पत्थर के सहारे फेंक दिया। मीणा के शव को बुधवार को नदी से बाहर निकाल लिया गया और सबूत जुटाने के लिए फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाल भेज दिया गया है।
महावीर नगर पुलिस थाने के सर्कल इंस्पेक्टर परमजीत सिंह का कहना है कि बूंदी जिले के देई के रहने वाले राठौड़ को भारतीय दंड संहिता की धारा 365 (अगवा करने), 342 (गलत तरीके से बंधी बनाने) और 302 (हत्या) के आरोप के तहत गिरफ्तार किया गया है। सिंह ने कहा कि मीणा के शव को पोस्टमार्टम के बाद बुधवार दोपहर परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया।
आरोपी को शुक्रवार को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। इलाके के सर्कल ऑफिसर डीसीपी हर्षराज सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में ये खुलासा हुआ है कि इमारत में रहते समय मीणा और राठौड़ के बीच किसी बात को लेकर कहा-सुनी हुई थी, जिसके बाद राठौड़ ने मीणा को बदले की भावना से मौत के घाट उतार दिया।