लखनऊ: भीम आर्मी चीफ पर हुए हमले को लेकर देशभर के नेताओं ने नाराजगी जाहिर की और उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर जमकर निशाना साधा। वहीं दलितों की राजनीति करने वाली बसपा सुप्रीमो ने इस घटना पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। इसे लेकर देश भर के नेता हैरान है। अब लोगों का आरोप है कि मायावती भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रही है।
लोगों की मानें तो मायावती और भीम आर्मी प्रमुख दोनो ही नेता दलित पिछड़ों की बात करते है। तो आखिर चन्द्रशेखर पर अज्ञात हमलावरों ने हमला किया जिसे वह घायल हो गए। इस घटना की विपक्ष के नेताओं ने सवाल उठाए कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है। अब बड़ा सवाल उठता है कि आखिर मायावती इस हमले के बाद उनका एक ट्वीट भी सामने नहीं आता है। ऐसे में लोगों का मान रहे हैं कि भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद मायावती के लिए भविष्य में खतरा बन सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भीम आर्मी चीफ पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सहारनपुर के देवबंद में आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चन्द्रशेखर आज़ाद पर सत्ता संरक्षित अपराधियों के द्वारा जानलेवा हमला घोर निंदनीय एवं कायरतापूर्ण कृत्य है। उन्होंने कहा कि बीजेपी राज में जब जनप्रतिनिधि ही सुरक्षित नहीं तो आम जनता का क्या होगा? यूपी में जंगलराज!
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के देवबंद में बुधवार को अज्ञात हमलावरों ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पर गोली चला दी, जिससे वह घायल हो गये। पुलिस अधिकारी यह जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने बताया कि बुधवार शाम सवा पांच बजे थाना देवबंद पुलिस को चंद्रशेखर आजाद पर गोली चलने की सूचना मिली जिससे पुलिस के आला अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और घायल को तुरन्त ही अस्पताल ले गये । टांडा के अनुसार गोली आजाद के पेट से छूकर निकली है और अब उनके द्वारा बताये गये घटनाक्रम की पुलिस जांच कर रही है । हालांकि पुलिस ने इस मामले में अब तक चार संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है।