उत्तर प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती को लेकर समाजवादी पार्टी Samajwadi Party के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री शिवपाल यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह बिजली आने वाले समय में सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों को उनके क्षेत्रों में सबक सिखाने का काम करेगी। जनता ‘ महंगी बिजली’ और ‘ बिजली आपूर्ति’ के नाम पर अब और शोषण नहीं झेलेगी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। उसके बाद बिजली में कटौती की जा रही है। इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी ने नाराजगी भी जता चुके है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को तत्काल सुधारा जाए। वहीं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा एवं उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के अध्यक्ष एम देवराज को तलब कर नाराजगी जतायी। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में कहीं भी गड़बड़ी हो, तुरंत उसे ठीक किया जाए। शहर हो या गांव, जहां कहीं भी ट्रांसफॉर्मर खराब होने की सूचना मिले, तत्काल प्रभाव से वहां ट्रांसफॉर्मर बदला जाए।” शुक्रवार देर शाम जारी एक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने बिजली व्यवस्था को लेकर जो नीति घोषित की है उसे पूरी तत्परता से लागू किया जाए।
योगी नीत सरकार की बिजली नीति के अनुसार, जिला मुख्यालयों को 24 घंटे, तहसील मुख्यालय को 22 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति की व्यवस्था है। बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि रोस्टर के अनुसार बिजली आपूर्ति की जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेश में कहीं भी बिजली की कमी नहीं होनी चाहिए।
सीएम ने कहा कि यदि जरूरत हो तो आवश्यकतानुसार बिजली खरीदकर आम जनता को बिजली उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की फीडरवाइज जवाबदेही तय की जाए। यही नहीं, संबंधित अधिकारी प्रतिदिन हर जिले की समीक्षा करें, हर जिले में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाए। जिले में नियमित रूप से जिलाधिकारी बिजली व्यवस्था की निगरानी करें।