भागलपुर पुल हादसे पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का बड़ा बयान सामने आया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि कि पूरी घटना की जांच हो रही हैं और जो लोग भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
“दोषियों के खिलाफ हो रही है कार्रवाई”
तेजस्वी ने कहा कि पहले से ही हमलोग इस चीज को देखते रहे हैं। जांच में फाल्ट आने के बाद भी काम शुरू हो जाने की बात पर तेजस्वी ने कहा कि नवंबर और दिसंबर में इसकी समीक्षा हुई थी। उस समय पिलर नंबर 5 में फॉल्ट की बात सामने आई थी। उस समय तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन थे। उन लोगों ने भी आईआईटी रुड़की को जांच का आदेश दिया था। हमने जो रिपोर्ट देखा हैं उसके आधार पर निर्णय लिया। उसके जितने सेगमेट थे 50 के लगभग सबको हमने ध्वस्त किया। उन्होंने कहा कि पुल का निर्माण कराना हैं, हम लोग कोशिश करेंगे कि समय के अंदर पुल का निर्माण हो। जो भी पुल की राशि में खर्च होगा, वह कंस्ट्रक्शन कंपनी से लिया जाएगा। एग्रीमेंट के तहत सभी कार्रवाई हो रही है। भाजपा के आरोप पर तेजस्वी ने कहा कि कौन क्या कहता नहीं पता। इस पर हमको कुछ नहीं कहना है। जो लोग दोषी है, उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है।
“डिजाइन की खामियां थीं इसलिए जानबूझकर गिराया गया पुल”
बता दें कि भागलपुर जिले में रविवार शाम को गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल ढह गया। राज्य सरकार के अधिकारियों ने दावा किया कि पुल के कुछ हिस्सों को विशेषज्ञों की सलाह के तहत योजनाबद्ध तरीके से जानबूझकर ध्वस्त कर दिया गया क्योंकि इसमें डिजाइन की खामियां थीं। भागलपुर को खगड़िया जिले से जोड़ने वाले अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के गिरने से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।