उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिसने उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम (धर्मांतरण विरोधी कानून) के तहत प्राथमिकी दर्ज किये जाने के कुछ दिनों बाद रविवार को एक मौलवी को गिरफ्तार किया है। पुलिस (Police) के अनुसार, मौलवी पर एक नाबालिग हिंदू लड़के को कथित रूप से धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने का आरोप है।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) निपुण अग्रवाल ने रविवार को पत्रकारों को बताया, ‘‘संजय नगर मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को एक नाबालिग हिंदू लड़के के धर्म परिवर्तन में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।” डीसीपी ने कहा, “आरोपी ने एक लोकप्रिय ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म पर उक्त लड़के से संपर्क किया और उसे इस्लाम अपनाने के लिए बहलाया-फुसलाया।” अग्रवाल के मुताबिक, एक व्यक्ति ने मौलवी और मुंबई निवासी बद्दो के खिलाफ अपने 17 वर्षीय बेटे को इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करने की शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद इसकी जांच शुरू की गई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने 30 मई को कविनगर थाने में उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।
डीसीपी ने कहा, “मामले की जांच के बाद मौलवी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम को मुंबई भेजा गया है।” उन्होंने कहा कि मौलवी ने पुलिस के सामने कबूल किया कि वह भोले-भाले नाबालिगों को विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के पुराने वीडियो दिखाता था। गौरतलब है कि क्षेत्र के एक नाबालिग जैन लड़के के कथित धर्मांतरण में भी पुलिस मौलवी की भूमिका की जांच कर रही है।