MP: अनूपपुर जिले के कोतमा थाना क्षेत्र में एक पुजारी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि गांव की एक महिला ने झूठे मामले में पुजारी को एसटी एससी एक्ट में फंसाया था जिस से आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली। कोतमा थाना प्रभारी सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा तथा शव का पंचनामा एवं पोस्टमार्टम की कार्रवाई परिजनों के द्वारा दोपहर तक नहीं करने दी गई।
जानकारी के मुताबिक, कोतमा थाना अंतर्गत ग्राम खोडरी के हनुमान मंदिर के पुजारी रामेश्वर पांडे पिता राम किशोर पांडे (40) का शव उसके घर पर लटकता हुआ पाया गया। जिसके पश्चात परिजनों सहित ग्रामीणों की भीड़ मृतक के घर पर एकत्रित हो गई और पुलिस को सूचना दी।
बताया जा रहा है कि खोडरी निवासी सुशीला रैदास के द्वारा 31 मई को कोतमा थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई गई कि 30 मई की रात्रि को पुजारी रामेश्वर पांडे के द्वारा उसके साथ मारपीट करते हुए जातिसूचक गालियां दी गई। जिस पर पुलिस के द्वारा रामेश्वर पांडे के विरुद्ध धारा 294 323 506 तथा एसटी एससी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया। जिसके पश्चात पुलिस के द्वारा पुजारी को थाने ले जाया गया। परिजनों ने कहा 12 घंटे तक थाने में कपड़े उतरवाकर लॉकअप में बंद किया गया और 1 लाख रुपए की मांग की गई। ना देने पर पुजारी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।
मृतक के चाचा तथा उसकी बहन ने मामले की जांच के लिए पहुंचे एसडीओपी कीर्ति बघेल को बताया कि कोतमा पुलिस तथा थाना प्रभारी के द्वारा रामेश्वर पांडे को इस मामले में 12 घंटे तक लॉकअप में आधे कपड़े उतार कर बंद करते हुए प्रताड़ित किया गया। इसके साथ ही मामले में समझौते के लिए 1 लाख रुपए की मांग की गई थी जिसमें से 50000 पीड़ित को देने की बात तथा 50000 पुलिस को देने की बात मृतक के द्वारा परिजनों को बताया गया था। जिसकी व्यवस्था भी पुजारी के द्वारा की गई लेकिन ना मिलने पर पुलिस ने उस पर अपराध दर्ज कर दिया। परिजनों का आरोप है कि बिना किसी जांच के झूठे मामले में पुलिस के द्वारा अपराध कायम किए जाने की वजह से पुजारी रामेश्वर पांडे काफी व्यथित था जिसके कारण उसने आत्महत्या कर ली।