साईबर क्राईम मानेसर पुलिस ने सोशल मीडिया पर महिला से दोस्ती कर 1.80 करोड़ रुपये ठगने वाले दो नाइजीरियन को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महिलाओं से दोस्ती के बाद उन्हें पार्सल या गिफ्ट भेजने के नाम पर ठगी करते और कस्टम अधिकारी बनकर या कोरियर के नाम पर पीडि़तों से नगदी बैंक खाता में जमा करवाते थे। पुलिस ने आरोपियों से 6 चेक बुक, 16 पासबुक, 25 एटीएम कार्ड, 7 सिम कार्ड, 1 लैपटॉप, 1 स्कूटी, 7 मोबाइल फोन व नगदी बरामद की है। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश कर चार दिन के रिमांड पर लिया गया है।
दरअसल बीती 10 अप्रैल को एक महिला ने पुलिस थाना साईबर क्राईम मानेसर में शिकायत दी कि दिसंबर 2022 में इंस्टाग्राम के जरिए एक युवक के संपर्क में आई। जिसमें युवक ने बताया कि वह ब्रिटिश एयरवेज में पायलट है। इसके बाद युवक ने महिला से कहा कि उसने महिला के लिए दुबई से दुबई से आईफोन, ज्वेलरी तथा नगदी गिफ्ट भेजा हैं। जिसके बाद 6 दिसंबर को महिला के पास तथाकथित कस्टम अधिकारी का फोन आया। जिसमें उसने कहा कि महिला के नाम से एक पार्सल आया है, जिसके लिए उसे 35 हजार रुपये टैक्स देना होगा। महिला ने रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद पेनल्टी और चार्ज के नाम पर धोखाधड़ी से 2.95 लाख ट्रांसफर करवा लिए। वहीं यूनाइटेड नेशन एंटी टेरेरिस्ट से क्लीयरेंस के नाम पर कुल 1 करोड़ 80 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। महिला की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी।
एसीपी क्राईम वरुण दहिया ने बताया कि एसीपी साइबर क्राईम विपिन अहलावत की देखरेख में साईबर क्राईम मानेसर पुलिस की टीम ने मामले को अंजाम देने में शामिल 2 नाइजीरियन आरोपियों को दिल्ली के निहाल विहार फेस-2 से गिरफ्तार कर लिया। जिनकी पहचान 28 वर्षीय ईबुका फिलेक्सी व 38 वर्षीय चुकवाका ईवरे के रूप में हुई। आरोपियों को अदालत में पेश कर चार दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया है।
विदेश से मंहगे गिफ्ट भेजने के नाम पर करते ठगी:
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे चार-पांच साल से सोशल मीडिया पर लड़कियों से बातचीत करके उनको विश्वास में लेकर पार्सल या गिफ्ट भेजने के नाम पर उनसे ठगी करते हैं। इसके बाद कस्टम अधिकारी बनकर या कोरियर के नाम पर पीडि़तों से नगदी बैंक खाता में जमा करवाते थे। इन्होंने करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया है।