पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख इमरान खान की मुश्किलें और बढ़ गईं हैं। अदालत ने पाक के पूर्व पीएम को तोशाखाना मामले में दोषी करार कर दिया है। इमरान खान (70) को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर में मंगलवार को अर्द्धसैनिक बल ने गिरफ्तार कर लिया। खान, प्रधानमंत्री रहने के दौरान तोशाखाना से एक महंगी घड़ी सहित अन्य तोहफे खरीदने और लाभ हासिल करने के लिए उन्हें बेचने के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
तोशाखाना की स्थापना 1974 में की गई थी। यह विभाग कैबिनेट डिवीजन के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है। शासकों,सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को अन्य देशों के शासनाध्यक्षों तथा विदेशी गणमान्य लोगों से मिले महंगे तोहफे तोशाखाना में रखे जाते हैं। बुधवार को, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष को तोशाखाना मामले में अदालत ने आरोपित किया। खान जिला एवं सत्र अदालत में पेश किये गये, जहां न्यायाधीश हुमायूं दिलावर ने मामले की सुनवाई की। यह मामला पिछले साल पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने दायर किया था और खान पिछले महीनों में कई सुनवाई में पेश नहीं हुए थे।
इमरान को 14 दिन की रिमांड में भेजने का अनुरोध
इससे पहले भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बुधवार को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच राजधानी इस्लामाबाद की एक विशेष अदालत में पेश किया गया। इस दौरान, भ्रष्टाचार विरोधी नियामक ने इमरान को 14 दिन की रिमांड में भेजने का अनुरोध किया। इमरान को मंगलवार को देश के अर्धसैनिक बलों ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के आदेश पर उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे। पूर्व क्रिकेटर इमरान (70) की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थकों ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किया।
इस्लामाबाद के सेक्टर एच-11/1 इलाके में स्थित पुलिस लाइन मुख्यालय परिसर के न्यू पुलिस गेस्ट हाउस को इमरान के खिलाफ दो मामलों की सुनवाई के मकसद से विशेष अदालत परिसर घोषित किया गया था। इनमें से पहला मामला अल-कादिर ट्रस्ट से जुड़ा हुआ है, जिसके चलते पाकिस्तान के सरकारी खजाने को कथित तौर पर 50 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ। इमरान को मंगलवार को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया था।