बिहार में गया जिले के चंदौती थाना क्षेत्र के भारत गैस एजेंसी के समीप प्रॉपर्टी डीलर अरुण पासवान को गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया हैं।
चार अपराधी गिरफ्तार
वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने मंगलवार को यहां बताया कि प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड में शूटर मो. परवेज सहित उसके तीन सहयोगी मो. अमानुल्लाह उर्फ मंटू खान, शूटर मोहम्मद सोनू कुरैशी एवं मो. शहंशाह को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में पुलिस ने पांच मोबाइल फोन, एक मोटरसाइकिल और एक देसी पिस्तौल भी बरामद की है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 21 फरवरी को जिले के चंदौती थाना क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर अरुण पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले के उछ्वेदन के लिए टीम का गठन किया गया था। टीम इस मामले में लगातार अनुसंधान कर रही थी। भारती ने बताया कि इस मामले के उछ्वेदन के लिए घटनास्थल एवं गया शहर में लगे लगभग 100 सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की गई, जिसके बाद यह बात सामने आई कि अपराधी बाइक पर सवार होकर आए थे। अपराधी जिस रास्ते से आए थे और जिस रास्ते से अपराध को अंजाम देकर भाग रहे थे, उस रास्ते के सीसीटीवी फुटेज का मिलान किया गया।
मृतक अरुण पासवान का जमीन कारोबार को लेकर हुआ था विवाद
भारती ने बताया कि इसके बाद रामपुर थाना क्षेत्र के साहमीर तकिया के गेवाल बिगहा मुहल्ला निवासी मो. परवेज मंसूरी को गिरफ्तार किया गया। वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मो. परवेज मंसूरी की निशानदेही पर उसके तीन सहयोगी को भी गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि मो. परवेज आलम और मृतक अरुण पासवान का जमीन कारोबार को लेकर कुछ विवाद हुआ था, जिसमें परवेज ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। कुछ दिन पूर्व भी मो. परवेज किसी घटना को अंजाम देने के लिए उसी क्षेत्र में आया था लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण वह मौके पर हथियार छोड़कर फरार हो गया था। मो. परवेज का अपराधिक इतिहास रहा है। उसने झारखंड की राजधानी रांची में भी एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी।