बदरपुर के मोलड़बंद इलाके में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां स्कूल गए 12 वर्षीय बच्चे को उसके ही क्लासमेट्स ने पत्थरों से कूच-कूच कर जान ले ली और फिर उसका शव एक नाले के पास छोड़ गए। मृतक बच्चे की पहचान सौरभ के रूप में हुई है। वह ताजपुर पहाड़ी स्थित एक सरकारी स्कूल में आठवीं का छात्र था और परिवार का इकलौता बेटा था।
सौरभ की मौत के बाद से ही उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। सौरभ तीन बहनों का एक ही भाई था। भाई की मौत के बाद से ही बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है और उनका एक ही सवाल है कि अब वो किसे राखी बांधेंगी।
पुलिस ने इस मामले में दो नाबालिगों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में पता चला कि सौरभ ने उन्हें स्कूल में सिगरेट पीते देख लिया था और अधिकारियों को बताने की धमकी दी थी, इसलिए उसे मार दिया।
काश बदल देते सौरभ की क्लास का सेक्शन
सौरभ की मां दर्पण ने भी कहा था कि उसके बेटे को स्कूल के कुछ छात्र परेशान करते थे और कक्षा में तरह-तरह का नशा भी करते थे। इससे सौरभ को उसकी कक्षा का नया सेक्शन पसंद नहीं आ रहा था और उसने शिक्षकों से अपना सेक्शन बदलने के लिए भी कहा था। लेकिन, अन्य सेक्शन में जगह न होने से यह संभव नहीं हो सका।
दर्पण ने बताया कि सौरभ गुरुवार को स्कूल जाने के लिए निकला था, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटा, तो मामले की सूचना पुलिस को दी और फिर उन्हें बच्चे का शव मिलने की सूचना मिली। वहीं, मामले के एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, दो लड़कों ने बच्चे को वहां मारकर फेंक दिया था, जिसके बाद उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को कॉल करके दी थी।
पुलिस ने बताई ये बात
पुलिस उपायुक्त राजेश देव ने बताया कि 27 अप्रैल की रात लगभग 8.20 बजे बदरपुर थाने में एक बच्चे को बदरपुर के मोलड़बंद स्थित खाटूश्याम पार्क के पास नाले में दो लड़कों द्वारा मारकर फेंकने की सूचना मिली। कालर महिला ने पुलिस को बताया कि बच्चे का शव नाले में पड़ा है।
मौके पर पहुंची थाना पुलिस को खाटूश्याम पार्क और ताजपुर रोड गांव के बीच स्थित नाले में 12-13 साल की उम्र के बच्चे का शव मिला। शव नाले में नीचे डूबा हुआ था। शव के पास से स्कूल बैग बरामद हुआ, जबिक उससे थोड़ी ही दूरी पर खून से सने चार-पांच पत्थर और खून में सना सफेद गमछा भी पड़ा था।