हिमाचल के प्रतिष्ठ संस्थान आईजीएमसी के न्यू ओपीडी भवन की सबसे ऊपर मंजिल पर वीरवार सुबह 8:15 पर कैंटीन में आग भड़क गई, जिससे आईजीएमसी में भर्ती सैंकड़ों मरीजों के बीच अफरा-तफरी मच गई। वहीं आग की इस घटना में 2 सिलैंडर फट गए और कैंटीन व डॉक्टरों के 6 कमरे जलकर राख हुए हैं। आग लगने का कारण प्राथमिक जांच में गैस लीक होना बताया जा रहा है। सुबह के समय जब कर्मचारी कैंटीन में पहुंचा तो उसने सबसे पहले गैस को ऑन करना चाह, तभी गैस ऑन करते ही एकदम से जोरदार धमाका हुआ। तभी कर्मचारी सहित अन्य लोग कैंटीन से बाहर भाग गए। उसी समय 2 सिलैंडर फट गए और आग पूरे कैंटीन में फैल गई। कर्मचारी ने तुरंत आग की सूचना दमकल विभाग को दी। दमकल विभाग व आईजीएमसी के सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत आग पर काबू पाया। इस दौरान आग बुझाते 2 सुरक्षा कर्मियों के हाथ जल गए हैं। समय पर अगर आग पर काबू न पाया होता तो अस्पताल में भर्ती सैकड़ों मरीजों को जान का भी खतरा पैदा हो सकता था।
घटना में 50 से 60 लाख का नुक्सान
गनीमत यह रही कि किसी को जानी नुकसान नहीं हुआ है। कैंटीन में लगी आग से 50 से 60 लाख का नुक्सान आंका गया है। आग से कैंटीन में रखे 2 सिलैंडर सुरक्षित बचा लिए गए हैं। इस भवन के एटिक पर लकड़ी से बना फर्नीचर था। इससे भी आग ज्यादा फैल गई। इस दौरान एक कर्मचारी को धुआं लगा है, जिसका उपचार किया जा रहा है। इस घटना को लेकर विभाग व प्रशासन द्वारा गंभीरता से जांच की जा रही है और आग लगने के पुखता कारणों का पता लगाने के सबूत जुटाए जा रहे हैं।
लापरवाही बरतने पर कैंटीन संचालक के खिलाफ हो सख्त कार्यवाही : अवस्थी
मुख्य संसदीय सचिव (स्वास्थ्य, लोक निर्माण एवं सूचना एवं जन संपर्क) संजय अवस्थी ने सुबह आईजीएमसी नए ओपीडी भवन के कैंटीन में हुई आग की घटना के उपरांत तुरंत मौके पर पहुंचकर आग लगने के कारणों की जानकारी हासिल की तथा मरीजों की सुरक्षा के साथ-साथ आगजनी से हुए नुक्सान का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि इस आगजनी में किसी भी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ है। संजय अवस्थी ने अस्पताल प्रशासन को लापरवाही बरतने के लिए कैंटीन संचालक के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबध में चिकित्सा अधीक्षक को निर्धारित समय अवधि के भीतर जांच पूर्ण कर रिर्पोट सरकार को भेजने के निर्देश भी दिए।
आईजीएमसी में आग लगने पर हो उचित जांच : जयराम
भाजपा नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल ने आईजीएमसी का दौरा किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि आईजीएमसी में आग लगने के कारण अस्पताल की संस्था को भारी नुक्सान हुआ है, हमें इस प्रकरण से सीख लेनी चाहिए और आने वाले समय में इस प्रकार के हादसे न हो, इसके बारे में विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से यह आग लगी इसके परिणाम काफी गंभीर भी हो सकते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और प्रशासन को इस प्रकरण पर गंभीरता से एक्शन लेना चाहिए और इसके लिए एक जांच समिति भी तय करनी चाहिए।
गंभीरता से की जाएगी मामले की जांच : एएसपी
एएसपी शिमला सुनील नेगी ने बताया कि आईजीएमसी में आग लगने का मामला सामने आया है। मामले को लेकर गंभीरता से जांच की जा रही है। आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। जो भी जांच भी सामने आएगा उसके तहत आगामी कार्रवाई की जाएगी।