रोहतक जिले के गांव मदीना में रात को दलित परिवार की बिना मां-बाप की चार बहनों का घर जलकर राख हो गया। जिसमें उनके पढ़ाई के सारे दस्तावेज किताबें और बड़ी बहन की शादी का सामान भी साथ ही जल गया। आगजनी की घटना उस समय हुई, जब बहनें अपने परिचित की शादी में शामिल होने के लिए गई थी। पीछे से मकान में आग लग गई और सारा सामान जलकर राख हो गया। घटना के बाद ग्रामीणों ने आग बुझाने की काफी मशक्कत की लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी घर में कुछ नहीं बचा। इस बड़ी घटना से ग्रामीण भी काफी दुखी है
साल भर पहले सर से उठा मां-बाप का साया
बताया जा रहा है कि लगभग साल भर पहले चारों बेटियों के सर से मां-बाप का साया भी उठ चुका है। जहां मां की कैंसर से मौत हो गई थी और पिता को अस्थमा था। लड़कियां ट्यूशन पढ़ाकर खुद भी पढ़ाई कर रही है और घर का खर्च भी चला रही है। लड़कियों ने सरकार से मार्मिक अपील की है कि उनके मकान बनाने और पढ़ने के लिए किताबें खरीदने के लिए उनकी सहायता करें।
बहन की शादी के लिए इकट्ठा किया गया सामान जलकर हुआ राख
बता दें कि 19 वर्षीय अन्नू बीए सेकंड ईयर की छात्रा है 17 वर्षीय संजू बीए फर्स्ट ईयर, 15 वर्षीय ईदू प्लस टू की छात्रा है जबकि 12 वर्षीय अमृता सातवीं कक्षा में पढ़ रही है। लड़कियां छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ा कर अपनी पढ़ाई भी कर रही है और घर का खर्च भी चला रही है । लेकिन घर जलने के बाद सारे अरमान मिट्टी में मिल गए। साथ ही पढ़ाई के सारे दस्तावेज भी जल गए और बड़ी बहन की शादी के लिए इकट्ठा किया गया सामान भी जलकर राख हो गया।
सरकार से की आशियाना बनाने की अपील
वहीं अन्नू और अमृता की मार्मिक अपील सामने आई है जिसमें उन्होंने बताया है कि उनके घर में अब कुछ नहीं बचा है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि उनका आशियाना बनाने के लिए और पढ़ने के लिए किताबें खरीदने के लिए सरकार उनकी मदद करें।