आगराः जिले में रामनवमी के दिन हुई हिंसा का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। आगरा पुलिस की जांच रिपोर्ट में हंगामा करने वाले हिंदू महासभा के सदस्य ही मुख्य साजिशकर्ता निकले हैं। जांच जांच में पता चला है कि प्रदेश में हिंसा की साजिश हिंदू महासभा के सदस्यों ने रची थी। अब गोकशी मामले में मुकदमा दर्ज कराने वाले हिंदूवादी नेता अपने ही बुने जाल में फंस गए हैं। पुलिस ने साजिशकर्ता चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। असल में हिंदू महासभा के एक पदाधिकारी जितेंद्र कुशवाहा ने एत्माद्दौला थाने में नकीम समेत चार आरोपियों के खिलाफ गोकशी का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस जांच में सामने आया कि रंजिशन एफआईआर की गई थी। इसके बाद बुधवार को पुलिस ने हिंदूवादी नेता सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि आगरा में 30 मार्च, 2023 की रात 2 बजे घनी आबादी के बीच एक खाली जगह पर गोकशी हुई थी। हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब तक पहुंचती, वहां महासभा के करीब 25 कार्यकर्ता पहुंचकर हंगामा करने लगे। पुलिस ने समझाया, लेकिन लोग नहीं माने। महासभा के एक कार्यकर्ता ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया।
चारों नामजद निर्दोष, हंगामा करने वाले ही मुख्य साजिशकर्ता निकलेः पुलिस
पुलिस की जांच में चारों नामजद निर्दोष निकले और हंगामा करने वाले ही मुख्य साजिशकर्ता निकले। इनकी कोशिश एक परिवार से बदला लेने के साथ ही आगरा में रामनवमी के दिन माहौल को खराब करके हिंसा भड़काने की भी थी।
अखिल भारत हिंदू महासभा के पूर्व पदाधिकारी संजय जाट सहित 4 लोग गिरफ्तारः एसीपी
एसीपी आरके सिंह ने बताया कि पुलिस ने गोकशी के आरोप में अखिल भारत हिंदू महासभा के पूर्व पदाधिकारी संजय जाट सहित चार लोगों को बुधवार को गिरफ्तार किया है। इनमें जितेंद्र कुशवाह, ब्रजेश भदौरिया, सौरभ शर्मा भी शामिल हैं।