इंदौर के भंवरकुआ थाना क्षेत्र की रहने वाली बीएससी फ़ाइनल ईयर की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड के पहले छात्रा ने अपने माता-पिता से बात भी की थी। वह पेपर बिगड़ने को लेकर तनाव में थी। मां ने छात्रा को समझाया भी था। इसके बावजूद उसने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। फ़िलहाल पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाकर सुसाइड नोट और परिजनों के बयान के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
इंदौर के भंवरकुआ थाना क्षेत्र के संत नगर में किराये का रूम लेकर रहने वाली बीएससी फ़ाइनल ईयर की छात्रा हर्षिता शिन्दे ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतिका मूलतः धार जिले के ग्राम सिंघाना की रहने वाली थी और इंदौर के संत नगर में किराये का रूम लेकर यहां पढ़ाई करती थी। मृतिका बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा थी और उसकी परीक्षा चल रही थी। उसका एक पेपर बिगड़ गया था। जिसके कारण वो डिप्रेशन में थी सुसाईड के पहले हर्षिता ने अपने माता पिता से फोन पर बात की थी और उसके बाद फांसी पर लटक गई। मौके पर पहुंची पुलिस को हर्षिता के कमरे में बुक में से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने डियर पापा आईएम सॉरी लिखा है। इसके बाद दो लाइन में लिखा है कि आपकी बेटी बहुत स्ट्रॉन्ग है, पर यहां आपकी बेटी हार गई पापा। पुलिस ने शव को बरामद कर जिला अस्पताल भेजा और सुसाइड नोट और परिजनों के बयां के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया है।