राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार सुबह आंशिक रूप से बादल छाए रहे, जबकि दिन में बूंदाबांदी होने और तेज हवाएं चलने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 22.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है। वहीं, अधिकतम तापमान के 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। दिल्ली में मंगलवार को इस साल ग्रीष्मकाल का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम वैज्ञानिकों ने आने वाले सप्ताह में शहर के अलग-अलग स्थानों पर तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का पूर्वानुमान जताया है।
आईएमडी ने अप्रैल से जून तक उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान और सामान्य से अधिक लू चलने की आशंका भी जताई है। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘दिल्ली में कम से कम एक सप्ताह तक मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। किसी भी पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति में 15-16 अप्रैल तक अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।” मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 16-17 अप्रैल तक राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है, लेकिन ‘‘लू चलने के आसार नहीं हैं।
आईएमडी के मुताबिक, मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जाने या सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होने पर चलने वाली गर्म हवाओं को ‘लू’ घोषित किया जाता है। वहीं, तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक होने पर ‘भीषण लू’ की घोषणा की जाती है।
मौसम विभाग के क्षेत्रीय केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, कम से कम एक सप्ताह दिल्ली में शुष्क मौसम रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञानी ने बताया कि 17 अप्रैल के बाद राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में पारा 40 डिग्री तक पहुंच सकता है लेकिन ‘लू चलने की फिलहाल आंशका’ प्रतीत नहीं होती। गौरतलब है कि मैदानी इलाकों में अधिकतम तापान 40 डिग्री होने, तटीय इलाकों में 37 डिग्री और पहाड़ी क्षेत्रों में 30 डिग्री होने और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक होने पर ‘लू’ की घोषणा की जाती है।