साइबर क्राइम मानेसर एरिया में इंस्टाग्राम पर पॉयलट बनकर महिला से 2 करोड़ रुपये की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। जालसाजों के गिरोह ने महिला को अपने चंगुल में इस कद्र फंसाया कि उसने जेवरात भी गिरवी रखवा दिए, वहीं उसका प्लॉट बिकवाकर सारी राशि हड़प ली। महिला की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी।
पुलिस को दी शिकायत में गुडग़ांव के सेक्टर-81 की डीएलएफ स्कॉई कोर्ट में रहने वाली 61 वर्षीया सुनीता कपागुंटा ने कहा कि उसके तीन बच्चे हैं। जबकि पति का वर्ष 2017 में देहांत हो गया था। उसकी पुत्री प्रिया का अपना बिजनेस है, जबकि चंद्रिका रिसर्च मैनेजर है। महिला का बेटा गोपी कृष्णा सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। महिला ने कहा कि दिसंबर 2022 में उसकी इंस्टाग्राम पर एलेक्स विल्ली नामक आईडी से रिक्वेस्ट आई। जिसे महिला ने स्वीकार कर लिया। युवक ने खुद को ब्रिटिश एयरवेज में पॉयलट बताया। उसने महिला से कहा कि वह इंस्टाग्राम पर रेगुलर नहीं रहता है। उसने बेहतर संवाद के लिए सुनीता का पर्सनल फोन नंबर ले लिया। युवक ने 5 दिसंबर को महिला से कहा कि वह उसके लिए सरप्राईज गिफ्ट का पैकेज भेज रहा है। जिसमें आईफोन, आर्टीफिजिशयल जूलरी, वॉच व अन्य एसेसरीज हैंं। दुबई से आने वाले पैकेज में नकदी भी है। युवक ने महिला से उसके घर का पता लिया और कहा कि वह 35 हजार रुपये का भुगतान करके अपना पैकेज छुड़ा ले।
इसके बाद छह दिसंबर को महिला के पास एक व्यक्ति फोन आया। जिसने कहा कि वह कस्टम विभाग से बोल रहा है और शिपिंग के लिए 35 हजार रुपये मांगे। महिला ने यह भुगतान कर दिया। इसके बाद महिला के पास एक व्यक्ति का और फोन आया। जिसने खुद को एयरपोर्ट अथॉरिटी से बताते हुए कहा कि पार्सल में 80 हजार यूएस डॉलर हैं, इसके लिए महिला को एक लाख रुपये का जुर्माना देना होगा। महिला ने केनरा बैंक के माध्यम से 95 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसी दिन व्यक्ति ने महिला से दो लाख रुपये मनी एक्सचेंज व सर्टिफिकेट के नाम पर मांगे। महिला ने इसका भुगतान भी कर दिया। उन्होंने सर्टिफिकेट की कॉपी व्हाट्सएप के जरिए शेयर की। इसके बाद 9 दिसंबर को महिला के पास संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद विरोधी विभाग से संबंधित एक नंबर से एसएमएस आया। जिसमें निकासी फॉर्म के लिए भुगतान करने की बात कही गई। महिला जालसाजों के चंगुल में बुरी तरह फंस गई थी। उसे एक मित्र मीनाक्षी लाल से 4 लाख रुपये का लोन लेने के लिए मजबूर किया गया।
वहीं आरटीजीएस, एनईएफटी और यहां तक कि आईएमपीएस ट्रांसफर के माध्यम से कुल 30 बैंक खातों में पैसा भेजने के लिए मजबूर किया गया। महिला ने मुथूट फाइनेंस में अपने जेवरात भी गिरवी रखकर राशि ट्रांसफर की। बिजनेस अकाउंट से 35 लाख रुपये, तिरुपति में एक जमीन/प्लॉट की बिक्री से मिले 50 लाख रुपयेे ट्रांसफर करने के लिए भी मजबूर किया गया था। सुनीता के पास जब कोई फंड नहीं बचा तो उसने अपने रिश्तेदारों से 24.5 लाख रुपये उधार लेकर जालसाजों को दिया। महिला ने जब रिश्तेदारों के रुपये अपने बेटे गोपी कृष्णा के अकाउंट से वापिस किए तो गोपी कृष्णा ने इस बाबत अपनी मां से बात की। इसके बाद खुलासा हुआ कि सुनीता के साथ ठगी की जा रही है। महिला से इस गिरोह ने कुल दो करोड़ रुपये की ठगी की है। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी।