लखनऊ: निकाय चुनाव की सरगर्मियों के बीच सारस भी सियासत का विषय बना हुआ है। उम्र बीते कई दिनों एक सारस के कारण सियासी संग्राम छिड़ा है। सारस मित्र मोहम्मद आरिफ ने सोमवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव से फिर एक बार मुलाकात की है। मोहम्मद आरिफ सारस से दोस्ती के लिए बीते दिनों चर्चा में रहे थे। फिलहाल इस मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने शायरी के जरिए राज्य सरकार से आग्रह किया है कि वह सारस को आजाद कर दें, जो कानपुर के चिड़ियाघर में रखा गया है। उन्होंने अपने ट्विटर पर तस्वीर शेयर कर शायरी के जरिए तंज कसा है। लिखा कि, हुक्मरानों से है, परिंदों का बस यही कहना, आजाद कर दो, हमको पिंजरों में नहीं रहना। वहीं मुलाकात के दौरान आरिफ ने भी एक हरे रंग की टीशर्ट पहनी है, जिस पर सारस का चित्र बना है और लिखा है- सेट मी फ्री (मुझे आजाद कर दो)।
सारस को लेकर क्या कहा अखिलेश ने
अखिलेश यादव ने बीते दिनों अमेठी निवासी आरिफ से सारस छीने जाने का विरोध किया था। सपा प्रमुख ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि वन विभाग ने सारस को अमेठी से जबरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ दिया था। अब यह गायब है। मुख्यमंत्री चाहे तो लापता सारस का कोई नामकरण कर दें। लेकिन उसे ढूंढकर उसकी जान जरूर बचाएं
अखिलेश के सारस प्रेम पर विपक्ष हमलावर
सारस को लेकर एक ओर जहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकार को घेरने का काम कर रहे हैं। वहीं सारस के प्रति दिखाए जा रहे प्रेम पर विपक्ष हमलावर है। एआईएमआईएम प्रवक्ता असीम वकार ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि अगर इतनी मोहब्बत अखिलेश ने सपा नेता आजम खान के लिए दिखाई होती तो आज उनके परिवार की यह दुर्दशा न हुई होती। दस फीसदी सांत्वना आजम और उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम को लेकर दिखाई होती तो उनकी सदस्यता रद्द न होती। बीजेपी ने भी अखिलेश यादव को इस मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश के पास जनता से जुड़े मुद्दे खतम हो गए हैं। हालांकि देखना ये दिलचस्प होगा कि निकाय चुनाव में सारस पर सियासत का लाभ किसे मिलता है।