पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत की विदेश नीति की तारीफ करते हुए मोदी सरकार का गुणगान और पाकिस्तान को लेकर अपना दर्द बयान किया है। इमरान खान ने कहा है कि जब उनकी सरकार थी तो वह भारत की ही तरह रूस से सस्ता तेल खरीदना चाहते थे लेकिन उनकी सरकार गिरा दी गई और वे जनता की भलाई का यह काम पूरा न कर सके ।
अपने एक वीडियो संदेश में इमरान खान ने कहा, ‘हम भारत की तरह रूस सस्ता कच्चा तेल खरीदना चाहते थे। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया, क्योंकि दुर्भाग्य से मेरी सरकार अविश्वास प्रस्ताव के जरिए गिरा दी गई।’ पाकिस्तान में इस समय आर्थिक संकट देखने को मिल रहा है। इमरान ने कहा कि वह इस बात से परेशान हैं कि उनका देश रियायती दर पर रूस से कच्चा तेल नहीं खरीद पाया। युद्ध की शुरुआत से ठीक पहले इमरान खान ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी।
दरअसल यूक्रेन पर हमले के बाद से ही भारत रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीद रहा है।बता दें कि इससे पहले भी इमरान खान ने भारत की अर्थव्यवस्था के विकास को स्वीकार किया था। उन्होंने कहा था, ‘दुनिया में नवाज शरीफ के अलावा कोई ऐसा नेता नहीं है, जिसके पास अरबों की संपत्ति है। मुझे एक देश के बारे में बताएं, जिसके प्रधानमंत्री के पास देश या उसके बाहर अरबों की संपत्ति है। यहां तक कि हमारे पड़ोसी देश में भी भारत के बाहर पीएम मोदी की कितनी संपत्ति है।’
इसके अलावा इमरान ने भारत के सस्ता तेल खरीदने के फैसले की तारीफ की थी। इमरान खान विदेश मंत्री एस जयशंकर की भी तारीफ कर चुके हैं। इमरान खान ने अपनी एक रैली में भारत की विदेश नीति और एस जयशंकर की तारीफ की थी। इमरान ने एस जयशंकर का एक वीडियो चालू कर कहा था कि भारत के विदेश मंत्री देश के लिए काम करते हैं। वह किसी के दबाव में नहीं आते। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक ने हाल ही में दावा किया है कि मई 2023 में रूस से सस्ते तेल की पहली खेप पहुंच जाएगी।