मुजफ्फरनगर: जनपद की पुलिस ने 2 शातिर मोबाइल लुटेरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने लाखों रुपये की कीमत के 11 मोबाइल फोन, दो तमंचे कारतूस और एक संदिग्ध मोटरसाइकिल भी बरामद की है। जानकारी के मुताबिक 6 अप्रैल को इन शातिर मोबाइल लुटेरों ने दो मोबाइल लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था। जिसके बाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर 24 घंटे के अंदर इन शातिर लुटेरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है।
दरअसल, बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र में 6 अप्रैल को बाइक सवार दो अज्ञात लुटेरों ने राह चलते लोगों से दो मोबाइल लूट की घटना को अंजाम दिया था। जिसके बाद पुलिस ने 24 घंटे के अंदर शुक्रवार को मुठभेड़ के बाद 2 मोबाइल लुटेरों को बसी तिराहे से गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने लाखों रुपए की कीमत के चोरी किये हुए 11 मोबाइल फोन, दो अवैध तमंचे कारतूस और एक संदिग्ध मोटरसाइकिल भी बरामद की है। पुलिस पूछताछ में इन शातिर लुटेरों ने अपना नाम नदीम और इमरान बताया है इन शातिर लुटेरों का कहना था कि शौक के लिए वह मोबाइल लूट की घटनाओं को अंजाम देते थे और घटना के बाद ये लुटेरे लूटे गए मोबाइल को बेचने के बजाय खुद यूज़ किया करते थे।
आलाधिकारियों की मानें तो इन शातिर लुटेरों ने कई मोबाइल फोन लूट की घटनाओं को तो अंजाम दिया है लेकिन अभी तक कोई भी मुकदमा इनके विरुद्ध किसी भी थाने में दर्ज नहीं है। इस घटना की अधिक जानकारी देते हुए सीओ बुढ़ाना विनय कुमार गौतम ने बताया कि ये आज 2 लुटेरे गिरफ्तार हुए है कई दिनों से सूचना मिल रही थी की एक गैंग सक्रिय हो रहा है दो लड़को का जो राह चलते लोगों से मोबाइल छीन लेता है और सरधना में इस तरीके की कई वारदात कर चुका है। साथ ही आस-पास के देहात में कर रहा था, इसपर इंस्पेक्टर बुढ़ाना बृजेश शर्मा ने अपनी टीम कों लगाया जिसमे इनको यह सफलता प्राप्त हुई है।
नदीम और इमरान नाम के दो लड़के पकड़े गए हैं इनसे करीब 11 मोबाइल जो इन घटनाओं से संबंधित है बरामद हुए हैं, 2 इनसे सीएम के…. बरामद हुई है, जिन्दा कारतूस बरामद हुए है, एक मोटरसाईकिल बरामद हुई है और कई घटनाओं के बारे में इनसे पूछताछ हो रही है, लोग इनकी शिनाख्त करने भी आ रहे हैं। जिससे और कई घटनाओं के खुलने की आशा है, इससे पहले इस अपराधी पर क्या इसपरेंट…..है पता किया जा रहा है। अभी तो यह पहला ही अपराध करने की बात कर रहे हैं, अब तक ये पकड़ में नहीं आये है, पहले इन्होंने अपराध करें है तो लेकिन वो कही रजिस्टर्ड नहीं हुए या इनके बारे में जानकारी नहीं हुई। तो वही गिरफ्त में आये एक शातिर मोबाईल लुटेरे नदीम की माने तो ऐसे ही बस शौक के लिए लुटते थे, ये ही 10-11 मोबाइल है। हम बेचते नहीं थे बस चलाते थे।