कांग्रेस ने राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के बाद शुक्रवार को कहा कि वह कानूनी और राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी तथा बिना खामोश हुए ‘अडाणी महाघोटाले’ पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) गठित करने की मांग करती रहेगी। पार्टी ने यह भी कहा कि ‘भारतीय लोकतंत्र ओम शांति।’ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया को बताया कि शुक्रवार शाम 5 बजे कांग्रेस मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई गई है जिसमें इस लड़ाई को आगे ले जाने की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह सब इसलिए किया गया ताकि राहुल गांधी संसद में सवाल नहीं कर सकें, लेकिन राहुल और कांग्रेस डर कर चुप नहीं रहेंगे।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘हम इस लड़ाई को कानूनी और राजनीतिक रूप से लड़ेंगे। हम धमकी के आगे नहीं झुकेंगे और खामोश नहीं होंगे। प्रधानमंत्री से जुड़े अडाणी महाघोटाले में जेपीसी बनाने के बजाए राहुल गांधी को अयोग्य ठहरा दिया गया। भारतीय लोकतंत्र ओम शांति।” पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, ‘‘नीरव मोदी घोटाला- 14,000 करोड़ रुपए, ललित मोदी घोटाला- 425 करोड़ रुपए, मेहुल चोकसी घोटाला- 13,500 करोड़ रुपए। जिन लोगों ने देश का पैसा लूटा, भाजपा उनके बचाव में क्यों उतरी है? जांच से क्यों भाग रही है? जो लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं उन पर मुकद्दमे लादे जाते हैं।”
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या भाजपा भ्रष्टाचारियों का समर्थन करती है?” कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा कि राहुल गांधी जी की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई। वह आपके और इस देश के लिए लगातार सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं, लोकतंत्र को बचाने की हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं। हर षड्यंत्र के बावजूद वह यह लड़ाई हर कीमत पर जारी रखेंगे और इस मामले में न्यायसंगत कार्रवाई करेंगे। लड़ाई जारी है।