चीन एक बार फिर से सोशल मीडिया पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है। चीन ने अपने एंटी-सेल्फ-मीडिया प्रचार के साथ सोशल मीडिया क्षेत्र पर नियंत्रण का दावा करने की कोशिश की है । चीनी प्रशासन ने कहा कि इन “सेल्फ-मीडिया” निर्माताओं ने अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए दर्शकों को धोखा देते हैं और दूसरों की नकल करते हैं। “सेल्फ-मीडिया” चीन की नीतियों के खिलाफ है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी सीसीपी ने दो महीने की अवधि में मीडिया के ऐसे स्वरूपों को बंद करने का निर्देश दिया है।
प्रत्येक प्रांत, स्वायत्त क्षेत्र और नगर पालिका की सीसीपी समितियों के इंटरनेट सूचना कार्यालय सीधे केंद्र सरकार और झिंजियांग उत्पादन और निर्माण कोर की सीसीपी समिति के इंटरनेट सूचना कार्यालय के अधीन हैं। चीनी प्रशासन ने कहा कि CCP ने दो महीने की अवधि में मीडिया के ऐसे स्वरूपों को बंद करने का निर्देश दिया। सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्मों से अपेक्षा की जाती है कि वे जो पोस्ट करते हैं उसकी विश्वसनीयता की जांच कर लें। हमारा उद्देश्य अफवाह, हानिकारक सूचना और फर्जी खबरों को फैलाने वाले सेल्फ-मीडिया पर पूरी तरह से नकेल कसना है। CCP ने दावा किया कि ‘सेल्फ-मीडिया’ झूठी घटनाओं और विचित्र कहानियों को गढ़ता है और अफवाहें फैलता है।
निर्देश में कहा गया है कि जिन क्षेत्रों में जानकारी नियंत्रण से बाहर नहीं होनी चाहिए, उनमें सार्वजनिक नीति, व्यापक आर्थिक स्थिति, प्रमुख आपदाएं आदि शामिल हैं। सेल्फ-मीडिया किसी भी बात को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करती है, लोगों को उकसाती है और सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाती है। जिससे आर्थिक और सामाजिक विकास में बाधा आती है। जानकारी सही होने पर भी दुर्भावनापूर्ण प्रचार का उपयोग पार्टी और सरकार की आलोचना या नुकसान करने के लिए किया जा सकता है। यहां तक कि जब सेल्फ-मीडिया सीसीपी द्वारा आधिकारिक रूप से अनुमोदित जानकारी को पुन: पेश करती है, तब भी वे इसमें अपने कुछ अंश शामिल करके सरकार को नुकसान पहुंचा सकती है।