मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के महू के ग्रामीण क्षेत्र बड़गोड़ा में आदिवासी युवती की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ। जहां आदिवासी समाज के लोगों ने डोंगर गांव चौकी पर हमला कर दिया और जमकर पुलिस के ऊपर पथराव किया जिसमें चौकी प्रभारी सहित पांच से 6 पुलिसवाले घायल हुए साथ ही पुलिस ने आदिवासियों को तितर-बितर करने के लिए पहले आंसू गैस के गोले धागे और उसके बाद गोलियां चलाई जिसमें 1 अट्ठारह साल के युवक की मौत हो गई। वही एक युवक घायल हो गया जिसे इंदौर के एमवाय अस्पताल भर्ती किया गया है। वहीं परिजनों का आरोप है कि युवती की गैंगरेप के बाद करंट लगाकर हत्या की गई है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
आपको बता दे पूरा मामला महू के पास बड़गोड़ा स्तिथ डोंगर गांव चौकी का है। जहां एक पूजा (काल्पनिक नाम) नाम की युवती की करंट लगने से मौत हो गई थी पुलिस ने उसके साथ में रहने वाले यदुनंदन निवासी गवली पलासिया को हिरासत में लिया था और युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया था पुलिस को शक होने के बाद यदुनंदन के ऊपर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। इसी बीच पुलिस ने युवती के परिजनों को सूचना दी और युवती का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को शव सौंप दिया गया उसके बाद युवती के परिजन और आदिवासी समाज के लोग डूंगर गांव चौकी पर पहुंचे और वह मांग करने लगे खून का बदला खून हुई होगा हमारी लड़की को मारने वाले युवक को हमारे हवाले कर दो जिसके बाद आदिवासी समाज के लोगों ने चौकी पर पथराव कर दिया और जमकर तोड़फोड़ की पथराव में थाना प्रभारी सहित 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। जिन्हें इलाज हेतु इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। उसके बाद पुलिस ने आदिवासियों के ऊपर लाठीचार्ज कर दिया। वही उनके ऊपर शुरू में आंसू गैस के गोले दागे और वह वहां से पथराव करते रहे इसी बीच पुलिस ने फायरिंग करना शुरू कर दी जिसमें एक 18 वर्षीय युवक भेरूलाल की गोली लगने से मौत हो गई तो वही एक युवक को पैर में गोली लगी जो घायल हो गया भेरूलाल केशव को इंदौर के अस्पताल भिजवाया गया और घायल को एम वाय अस्पताल भर्ती किया गया ग्रामीण एसपी भगत सिंह बिरदे ने मीडिया से बात करते हुए बताया की युवती की मौत के बाद पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को शव सौंप दिया गया और आरोपी पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। लॉ एन ऑर्डर को देखते हुए पुलिस ने कई राउंड फायर किए हैं जिसकी गिनती नहीं है। वही इस पूरे मामले में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। देर रात और आदिवासी समाज से जुड़ा मामला देख इंदौर कलेक्टर इलैया राजा सहित कई एडीएम एसडीएम कई थानों का बल डीआईजी आई जी सब मौके पर पहुंचे और उन्होंने स्थिति पर नियंत्रण किया इसके साथ ही उस पूरे क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई।
आपको बता दें 2023 के साल के अंत में मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं और इसकी तैयारियां राजनीतिक पार्टियों ने शुरू कर दी है वही हुए बवाल से कांग्रेस को बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल गया है जबकि भाजपा और कांग्रेस दोनों दल आदिवासियों को अपनी तरफ करने में पूरा जोर लगा रहे हैं। युवती की मौत होना और उसके बाद आदिवासी समाज का चौकी पर घेराव करके पथराव करना और पथराव में पुलिस कर्मियों का घायल होना जिसके बाद पुलिस द्वारा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए साथ ही गोलियां चलाना यह सब करने के बाद कांग्रेस को बैठे डालें एक मुद्दा मिल गया है जबकि भाजपा आदिवासियों को मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। अब इस घटना से जो वर्तमान की स्थिति उत्पन्न हुई है। उसका क्या असर होगा चुनाव में यह तो आने वाला समय ही बताएगा वही भाजपा की सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्र में बैठी मोदी सरकार भी आदिवासियों को किसी प्रकार से नाराज नहीं करना चाहती है पर देर रात हुए यह बवाल पर अब क्या सरकार करती है और कांग्रेस इस मुद्दे को कितना बुरा पड़ती है यह आने वाले समय ही बताएगा।