उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान 21 फरवरी को दुल्लहपुर थाना पुलिस (Police) ने एक बड़े सॉल्वर गैंग (salwar gang) का पर्दाफाश किया था और 13 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें एक आरोपी भागने में सफल रहा था। गिरफ्तार 13 अभियुक्तों में 4 महिलाएं भी शामिल थीं। कई विद्यालयों के प्रबंधन और प्राचार्य भी इस सॉल्वर गैंग में शामिल थे।
3 आरोपियों पर हुई रासुका की कार्रवाई
मिली जानकारी के मुताबिक उस समय डीएम और एसपी ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस (press conference) कर बताया था कि, गिरफ्तार अभियुक्त गाजीपुर, मऊ, महराजगंज, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर, बस्ती जनपद के रहने वाले थे और पूरे प्रदेश में इनका नेटवर्क फैला हुआ था। ये लोग इन जनपदों के छात्रों का गाजीपुर (Ghazipur) के विद्यालय में रजिस्ट्रेशन कराते थे और इसके लिए फर्जी आधार कार्ड भी बनाते थे और उनका प्रयोग करते थे। उस समय डीएम और एसपी ने इन पर रासुका (Rasuka) की कार्रवाई की बात की थी और अब इनमें से तीन अभियुक्तों पर रासुका की कार्रवाई की गई है। अभियुक्त सुनील सिंह,अजीत प्रताप सिंह और ओंकारनाथ सिंह के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई है।
बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान आई थी शिकायतें- SP
एसपी ने बताया की बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान ये शिकायत आ रही थी कि, कुछ छात्र प्रॉक्सी रूप से दूसरे छात्रों की जगह परीक्षा दे रहे हैं। पुलिस को शिकायत मिली थी की कई विद्यालयों के प्राचार्य और प्रबंधन भी इसमें शामिल हैं। पुलिस ने इस शिकायत पर कार्रवाई की थी और एक बड़े गैंग का पर्दाफाश किया था। उस समय सभी को जेल भेजा गया था। उनमें से मुख्य जिम्मेदार जिनमें प्रबंधक और प्राचार्य समेत वो शामिल हैं जो इनके बीच कड़ी का काम करते थे इनके खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई है।