मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के ग्राम मोरटक्का में गुरुवार को ब्याज का धंधा करने वाली मां-बेटी के शव पाए गए। दो मंजिला मकान में मां का शव नीचे तथा बेटी का ऊपरी मंजिल के कमरे में मिला। सूचना मिलने पर मोरटक्का चौकी से पुलिस पहुंची। मृतका के भाई को सूचना देकर गांव से बुलाया गया। भाई ने पुलिस के साथ अंदर जाकर स्थिति देखी। पुलिस का कहना है – आत्महत्या का मामला लग रहा है। उधर भाई ने कहा मेरी भानजी का शव निर्वस्त्र पड़ा था। कोई इस तरह आत्महत्या नहीं करता है। उनकी हत्या की गई है। उनका रुपया बड़ी मात्रा में लोगों में बंटा हुआ था। हो सकता है हत्या की वजह यही हो।
घटना मोरटक्का के मानकर मोहल्ले की है। यहां दो मंजिला मकान में किरण बाई (60) अपनी बेटी संतोषी पिता स्व. विक्रम दांगी (37) के साथ रहती थी। पड़ोस में रहने वाली कड़वी बाई ने बताया एक दिन पहले से ही दरवाजा खुला दिख रहा था। गुरुवार दोपहर 12 बजे के करीब जाकर देखा तो किरण बाई बेहोश पड़ी थी। हिलाया तो कोई हलचल नहीं हुई। शरीर फूला हुआ था। घर के बाहरी हिस्से में लेटी किरण की 100 वर्षीय मां से पूछा तो उन्होंने कहा मुझे कल से ही खाना नहीं दिया है। मुझे कुछ नहीं मालूम। ऊपरी मंजिल पर जाकर देखा तो कमरे में संतोषी की लाश भी बिस्तर पर पड़ी हुई थी। उन्होंने मोहल्ले के लोगों को बताया और पुलिस चौकी में सूचना दी। चौकी प्रभारी राजेंद्र शायदे मौके पर पहुंचे। उन्होंने निरीक्षण के बाद बताया मामला आत्महत्या का लग रहा है। विस्तृत जांच के लिए खरगोन से फोरेंसिंक टीम आ रही है। मां-बेटी मूलतः पास के गांव मुख्तयारा की मूल निवासी हैं। पुलिस ने उसके भाई को सूचना दी। पुलिस ने शव का पीएम कराया है।
मृतका किरण बाई के भाई गोपाल दांगी ने कहा मैंने पुलिस के साथ अंदर जाकर बहन और भानजी के शव देखे हैं। भांजी तुलसी (संतोषी) के शरीर पर कपड़े नहीं थे। गले पर चोट के निशान हैं। पुलिस कह रही है कि आत्महत्या का मामला है। कोई कपड़े उतारकर आत्महत्या क्यों करेगा। दरअसल बहन के 40 से 50 लाख रुपए बंटे हुए हैं। धामनोद व मंडलेश्वर- महेश्वर क्षेत्र के लोगों को रुपया दिया गया है। संभवतः रुपयों के लेन-देन को लेकर उनकी हत्या की गई है।
एसडीओपी मूंदी राकेश पेंड्रो ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम बुलाई है। शवों को पोस्ट मार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। पीएम रिपोर्ट व फॉरेंसिक जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।