उमेश पाल हत्याकांड के एक आरोपी साबिर के भाई का शव उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के मंझनपुर इलाके में गंगा किनारे मिला है। पुलिस ने कहा कि मौके पर कोई खून (Blood) नहीं मिला, लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए यह आशंका जताई जा रही है कि 45 वर्षीय जाकिर की हत्या कर दी गई और उसके शव को सुनसान जगह पर फेंक दिया गया। जाकिर के पेट को जानवरों ने आंशिक रूप से खा लिया था, जबकि शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट के निशान थे। लेकिन उसकी मौत के सही कारण का पता पोस्टमार्टम के बाद ही चल पाएगा।
पत्नी की हत्या के सिलसिले में जेल में बंद था जाकिर और हाल ही में जमानत पर हुआ था रिहा
खबरों के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने महमदपुर गांव के पास नदी किनारे शव देखा। बाद में इसकी पहचान प्रयागराज के मरियाडीह गांव के मूल निवासी मोहम्मद जाकिर के रूप में हुई। जाकिर के चाचा शम्सुद्दीन और परिवार के अन्य सदस्य मुर्दाघर पहुंचे और उसकी पहचान की पुष्टि की। उन्होंने पुलिस को बताया कि जाकिर अपनी पत्नी की हत्या के सिलसिले में जेल में था और हाल ही में जमानत पर रिहा हुआ था। उन्होंने बताया कि वह डिप्रेशन में था।
27 फरवरी को वह अपने घर मरियाडीह के लिए निकला था, लेकिन तब से लापता था
जांच में पता चला कि जाकिर 21 फरवरी को अपनी बहन के घर कौशांबी पहुंचा था। 27 फरवरी को वह अपने घर मरियाडीह के लिए निकला था, लेकिन तब से लापता था। उसके परिजनों ने संदेह जताया कि उसकी हत्या की गई है लेकिन उसने किसी का नाम नहीं लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जाकिर आपराधिक गतिविधियों में भी शामिल था। कोखराज थाने के एसएचओ रमेश पटेल ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।