पिछले कुछ दिनों में देशभर में इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस तेजी से फैलता दिख रहा है। ऐसे में आईसीएमआर ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यह वायरस गभीर श्वसन की बीमारी का कारण बन सकता है। इस वायरस की चपेट में आने वाले लोगों में तेज बुखार, खांसी, सांस फूलना और घरघराहट जैसे लक्षण दिखते हैं। इनमें से कई लोग निमोनिया और दौरों से भी जूझते हैं।
इन्फ्लूएंजा की चपेट में आने पर डॉक्टर इलाज के लिए कुछ एंटीबायोटिक की सलाह देंगे, लेकिन लक्षणों से राहत पाने के लिए आप इसके साथ कुछ घरेलू उपायों को भी आजमा सकते हैं।
सर्दी और खांसी का प्राकृतिक इलाज
हेल्थ एक्सपर्ट्स के हिसाब से दवाइयों के साथ खांसी और जुकाम से छुटकारा पाने के लिए घेरलू उपायों का भी उपयोग किया जा सकता है। खासतौर पर छोटे बच्चों और उम्रदराज लोगों के लिए।
भांप लेना
भांप से भी गले की खराश या जुकाम में फायदा मिलता है। इसका उपयोग भी कई सालों से हुआ आ रहा है। आप गर्म पानी से नहा सकते हैं या फिर एक कंटेनर में पानी को गर्म कर उसकी भांप ले सकते हैं। इससे आपकी नाक और गले में जमा बलगम फौरन पिघल जाता है। इसके बाद पानी जरूर पीले ताकि डिहाइड्रेशन से बचें। आप चाहें तो इसमें यूकालिप्टस या रोजमेरी ऑयल भी मिला सकती हैं। भांप को कम से कम 10-15 मिनट के लिए लें।
शहद
शहद फंगल, वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण में राहत दिलाने का काम करता है। कई स्टडीज में पाया गया है कि शहद खांसी को ठीक करने का बेहतरीन उपाय है, खासतौर पर बच्चों के लिए। आप अदरक के जूस के साथ एक चम्मच शहद खा सकते हैं। या फिर गर्म पानी में अदरक और शहद डालकर चाय तैयार कर सकते हैं।
अदरक
आयुर्वेद में अदरक को कई तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण खांसी में आराम देने का काम करते हैं। डॉक्टर के अनुसार, अदरक शरीर में इंफ्लेमेटरी प्रोटीन को रोकता है, जिससे सूजन के कारण गले में दर्द, खुजली और जलन होती है। आप गुनगुने पाने में नींबू के साथ अदरक का जूस भी मिलाकर पी सकते हैं। इससे संक्रमण और फ्लू में राहत मिलती है। इसके अलावा आप तुलसी और अदरक की चाय बनाकर भी पी सकते हैं।
नमक के पानी से गरारे
इस नुस्खे का इस्तेमाल सदियों से गले की खराश या सूजन के लिए किया जाता आ रहा है। गुनगुने पानी से गरारे करने से गले में मौजूद बलगम पिघलता है और दर्द कुछ कम होता है। इसके लिए गुनगुने पानी में एक चम्मच नमक मिलाएं और इससे गरारे करें। इसे दिन में कम से कम 2-3 बार जरूर करें।
अनानास
अनानास में एंटी-इंफ्लामेटरी और म्यूकोलायटिक गुण होते हैं, जो बलगम को गले से नीचे उतारना है और शरीर से भी खत्म करता है। अनानास में ब्रोमेलेन होता है, इसलिए रोज गुनगुना अनानास का जूस पीने से गले में जमा बलगम कम होता है, जिससे खांसी भी रुकती है।