यूपी विधानसभा में बजट सत्र का आज चौथा दिन है। सदन की कार्यवाही शुुरू होते ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया। जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने अपने भाषण में यूपी में जाति जनगणना कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बिना जाति जनगणना के सबका साथ सबका विकास नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि सरकार इससे पीछे क्यों हट रही है। उन्होंने कहा कि सपा ने पहले भी मांग की है और अब भी इसके पक्ष में हैं कि यूपी में जाति जनगणना की जानी चाहिए।
यूपी इंवेस्टर्स समिट पर उठाए सवाल, कहा- अभी तक कितना निवेश हुआ, जानकारी दें
अखिलेश यादव ने यूपी में इंवेस्टर्स समिट आयोजित करने पर कहा कि सरकार यहां पर मेला न लगाए। सदन को ये बताया जाए कि अभी तक कितना निवेश हुआ है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लगता है कि जो भी सूट और टाई पहने हुए था उससे एमओयू करवा लिया। एमओयू की क्या विश्वसनीयता है सरकार जवाब दे। अखिलेश यादव ने छुट्टा जानवरों की समस्या उठाते हुए कहा कि योगी सरकार के मंत्री विदेशों में गए थे। क्या किसी ने वहां सड़कों पर सांड़ देखा? निवेश की बात करने वाले शहर तक साफ नहीं कर पा रहे हैं और लखनऊ तक की सड़कों पर सांड नजर आ रहे हैं।
‘इसी सदन में लोग खैनी खाते रहे, अध्यक्ष जी को नही दिखाई दिया’
अखिलेश ने कहा कि इसी सदन में लोग खैनी खाते रहे, अध्यक्ष जी को नही दिखाई दिया। नेता सदन स्टेडियम में जो इशारा कर रहे थे, वो यही लगा कि ये स्टेडियम मैंने नही बनाया है। नेता सदन अपने गोरखपुर में अबतक नाला नहीं बना सके, स्टेडियम नही बना सके। उन्होंने कहा कि आप अपने गोरखपुर में स्टेडियम नही बना सके कम से कम ‘क्योटो’ में तो बना देते। क्योटो कहां है, आपको पता होगा, अभी भी महराजगंज देवरिया के बच्चे स्वीमिंग पुल का इंतज़ार कर रहे हैं। मैं नेता सदन को भरोसा देते हैं, आप स्विमिंग पूल बनाइये, कोई समाजवादी नहाने नहीं जाएगा। मैं पूछना चाहूंगा- प्रदेश में कितने महिला थाने खुले हैं, गन्ना किसानों को भुगतान कितना किया,बकाया बताइए कितना हैं?
सरकार की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने सदन में कटाक्ष करते हुए कहा कि आप चुनाव जरूर जीत जाते हैं पर आपकी सरकार की कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है। इस पर वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सबसे बड़ी अदालत जनता है। जनता ने हमें दोबारा जिताया है।