मध्यप्रदेश में इन दिनों मुखिया शिवराज सिंह चौहान लगातार कांग्रेस और कमलनाथ के साथ खेल रहे हैं। वह हर रोज एक सवाल करते हैं उनके घोषणापत्र से जुड़े हुए और उन्होंने अब तक 10 सवाल कमलनाथ और कांग्रेस से पूछ लिया है। उनका कहना है कि बदले में अब तक उनके किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं आया है। वही उन्होंने 11 वां सवाल भी मंगलवार को मीडिया के साथियों से बातचीत करते हुए कमलनाथ से पूछ लिया है। उन्होंने कहा कि हमारे सारे साथी विकास यात्राओं में लगे हुए हैं लेकिन मेरे सवाल अनुत्तरित है, मैं जनता को यह कहना चाहता हूं कि सच उजागर करने के लिए मैं अब तक 10 सवाल पूछ चुका हूं कांग्रेस ने कमलनाथ ने एक भी सवाल का उत्तर नहीं दिया है। इसका अर्थ यह है कि वह गुमराह करते हैं, झूठ बोलते हैं, भ्रम फैलाते हैं, केवल वोट लेने के लिए अगर उन्होंने लिखा था तो किया क्यों नहीं।
इसलिए आज मैं फिर पूछ रहा हूं। कमलनाथ जी आपने वादा किया था, किसानों के लिए नई सामाजिक सुरक्षा पेंशन की शुरुआत करेंगे। इसके अंतर्गत 1000 मासिक देंगे। बाकायदा आपने कहा था 60 वर्ष के और ढाई एकड़ से कम भूमि धारक तथा किसी अन्य स्रोत से आय ना होने वाले किसानों को शामिल करेंगे। यह वचन दिया था क्या आपने इनको ठगा नहीं कमलनाथ जी, किसको पेंशन दे दी? बता दो किसको 1000 रुपए दिया। बताओ यह आपका झूठ है, जनता को धोखा दिया है आपने और इसलिए जनता देख रही है मैं सवाल पूछ रहा हूं वह जवाब दें।
• सूत न कपास जुलाहों में लट्ठम लठ्ठा: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पौधरोपण के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कमलनाथ को घेरते हुए कहा कि अभियान तो चलाया था हाथ से हाथ जोड़ो लेकिन अब अभियान चल रहा है कमलनाथ से पीछा छुड़ाओ अभियान। वही उन्होंने यह भी कहा कि एक के बाद एक नेता अब आगे आ रहे हैं जो आगे आ रहे हैं वह आगे आ रहे हैं उनके पीछे कौन है क्यों हैं अब यह तो कमलनाथ सोचे कि वह स्वयंभू मुख्यमंत्री हो रहे हैं “सूत न कपास जुलाहों में लट्ठम लट्ठा”।
विकास यात्रा जनता के जिंदगी की बेहतरी का अभियान: सीएम
5 फरवरी से शुरू हुए शिवराज सरकार के विकास यात्रा के बारे में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विकास यात्रा जनता के जिंदगी की बेहतरी का अभियान है, इसमें हम जहां एक तरफ पूरे हुए विकास कार्यों का लोकार्पण कर रहे हैं, वही नए जो स्वीकृत काम है उसका भूमि पूजन शिलान्यास भी हो रहा है लेकिन विकास केवल सड़क, पुलिया, स्कूल, अस्पताल के भवनों का निर्माण ही नहीं है। विकास में मानव संसाधन विकास भी आता है।
उन्होंने कहा जनता की जिंदगी योजनाओं के माध्यम से बदलती हैं तो वह भी विकास है, गरीब को घर मिलता है तो वह विकास है, राशन अगर मिलता है तो वह विकास है, दिव्यांगों की पेंशन स्वीकृत होती है तो वह भी विकास है, कोई वंचित हितग्राही थे लाडली लक्ष्मी योजना हो, उज्जवला गैस कनेक्शन हो, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि हो, किसान कल्याण योजना हो, जो वंचित रह गया उनको भी हम ढूंढ रहे हैं तो एक तरफ विकास के काम दूसरी तरफ सीएम जनसेवा अभियान के अंतर्गत 83 लाख लोगों को अलग-अलग योजना के स्वीकृति पत्र दिए गए थे। उनका लाभ मिलना शुरू हो जाए उसका अभियान है।
कोई वंचित रह गया हो तो उनके नाम जोड़ने का भी ये अभियान है, हितग्राहियों से संवाद का भी ये अभियान है, मैं संवाद करता रहता हूं जैसे आज लाडली लक्ष्मी बेटियों के साथ करूंगा आज 3 लाख से ज्यादा लाडली लक्ष्मी बेटियों के खाते में पैसा जाएगा। वैसे ही हर योजना के हितग्राहियों से भी संवाद और संपर्क हो जाएगा और उसके साथ साथ कहीं आंगनबाड़ी में, छात्रावास में, स्कूल में जाना भी हो जाए तो एक संपूर्ण विकास के कार्यों के कार्य को देखने का भी एक काम है