शहर के इंदिरा नगर में सोमवार को सुबह 5 बजे बंदूक की आवाज से सनसनी फैल गई। ठंड की गहरी नींद में सोए लोग सुबह सुबह घर से बाहर निकल आए जब उन्हें पता चला कि पुलिस विभाग से बर्खास्त एक प्रधान आरक्षक ने खुद को गोली मार ली तो उनके रोंगटे खड़े हो गए।
शहर के सिटी थाना क्षेत्र अंतर्गत इंद्रानगर स्थित स्वयं के मकान में पुलिसकर्मी ने बर्खास्तगी के चलते पुलिस सेवा पेंशन सहित अन्य लाभ रूके होने के तनाव के चलते स्वयं की लाइसेंस बंदूक से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना मंगलवार सुबह करीब पांच बजे की है। गोली का धमाका सुनकर परिजन दौडक़र ऊपर वाले कमरे पहुंचे तो पुलिसकर्मी पलंग के पास नीचे ढेर पड़ा था। जिसकी सूचना तुरंत पुलिस को देकर उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पुलिस ने मामले को जांच में लेते हुए शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। मृतक पुलिसकर्मी गोविंद सिंह पिता सरदार सिंह उम्र 63 वर्ष के पुत्र महेंद्र सिंह ने बताया कि पिताजी रोजाना की भांति उनके ऊपर वाले कमरे में रात को सोए थे। सुबह करीब पांच बजे मां का ऊपर से धमाके की आवाज आई। इस पर सभी दौडक़र ऊपर वाले कमरे में गए। पिताजी को बीच वाले कमरे में पलंग के पास लहुलुहान पड़ा पाया। पुलिस को सूचना दी और तुरंत अस्पताल लेकर आए। उनकी मौत हो चुकी थी। घर पर रखी लाइसेंसी 12 बोर की बंदूक से उन्होंने स्वयं की गर्दन पर रखकर गोली मारी जो कि सिर को फोड़ते हुए निकली। मौके पर पहुंची सिटी पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा बनाकर मृतक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। वहीं मामले मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
एएसपी सुंदर कनेश ने बताया कि इंद्रानगर निवासी गोविंद सिंह ने स्वयं की लाइसेंस की बंदूक से गोली मारकर हत्या की है। वह पुलिस में प्रधान आरक्षक के पद पर थे। जो कि वर्ष 2008 में एक एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण में मुल्जिमों को जोधपुर लेकर जांच बरामदगी में गए थे। इस दौरान बरामदगी के बाद लौटते समय मुल्जिम फरार हो गए थे। इस मामले में वर्ष 2011 में पुलिस सेवा से इन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। जिसके चलते सेवानिवृत्त होने के बाद भी उनकी पेंशन व अन्य भत्ते रूके है। शायद यही तनाव हो। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर मर्ग कायम कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारण पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएंगे।