खरगोन जिले के ऊन थाना क्षेत्र मोठापुरा गांव में तीन मासूम बच्चों की पानी से भरे गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। घर से खेलने के लिए तीनों बच्चे निकले थे। पानी से भरे गड्डे में टायर से तैरने की प्रैक्टिस के दौरान दर्दनाक हादसा हुआ। गायत्री मंदिर के पीछे पानी की टंकी के पास ही गड्ढे में डूबने से मासूम बच्चों की मौत हो गई। घर नहीं लौटने पर परिजन जब ढूंढने गए तब तीनों की लाश तैरते हुए गड्ढे में मिलने से हडकंप मच गया। गांव में मातम छा गया। तीनों मृतक बच्चे विक्रम पिता घनश्याम 8 वर्ष, वंश पिता रविंद्र 9 साल, प्रितेश पिता रामलाल 13 साल के शव को लेकर पुलिस और परिजन जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए लेकर पहुंचे है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। खेल खेल में गड्ढे में गिरने से 3 मासूमों की दर्दनाक मौत को लेकर बताया जा रहा है कि घर के पास ही है। पेयजल टंकी निर्माण के दौरान ही गड्ढा खुदा हुआ था। रिश्तेदारों के ही तीनों बच्चे बताये जा रहे है। पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में जुट गई है। एसपी धर्मवीर सिह ने मीडिया को बताया की टंकी निर्माण के दौरान जिस एजेंसी ने गड्ढा खुला छोड़ा, उसके खिलाफ जांच कर कार्यवाही करेंगे। लापरवाह एजेंसी या जो भी दोषी होगा कार्यवाही की जाएगी।
खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 16 किमी दूर ऊन थाना क्षेत्र के मोठापुरा में तीन मासूम 8 वर्षीय विक्रम पिता घनश्याम, 9 वर्षीय वंश पिता रविन्द्र और 13 वर्षीय प्रितेश पिता रामलाल घर के पास खेल रहे थे। खेलते खेलते गायत्री मंदिर के पास स्थित पेयजल टंकी निर्माण के लिए खोदे गड्ढे के पास पहुंच गए। इस दौरान तीनों करीब 5 फ़ीट गहरे पानी में डूब गए। घर नहीं लौटने पर परिजन जब ढूंढने गए तब तीनों की लाश तैरते मिली। तीनों मृतक बच्चों को जिला अस्पताल लाया गया। दुर्घटना से गांव में मातम पसर गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है। इधर मृतक वंश के पिता रविंद्र का कहना है बच्चे सुबह खेलने गए थे जब लौटे नहीं तो देखने गए तो तीनों की लाश गड्ढा कुंए में मिली।