उत्तर प्रदेश के बरेली में जमीन पर कब्जे को लेकर हुई गोलीबारी में 3 लोगों की मौत हो गई। जहां जमीन पर कब्जे को लेकर चली आ रही वर्षों पुरानी लड़ाई बुधवार को गैंगवार में तब्दील हो गई। गोलीबारी में 3 लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 20 से ज्यादा राउंड हुई फायरिंग से आसपास के इलाके में दहशत फैल गई। गांव में तनावपूर्ण माहौल देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
जानिए क्या है मामला?
मामला फरीदपुर थाना क्षेत्र में बदायूं से सटी रामगंगा कटरी के गोविंदपुर गांव का है। यहां गैंगवार का मुख्य आरोपी सुरेश पाल सिंह तोमर उर्फ सुरेश प्रधान है। वह फरार है। बताया गया है कि सुरेश प्रधान स्टीमर से करीब 25 हथियारबंद लोगों को लेकर आया था। हमलावरों ने आते ही दूसरे गुट के सरदार परमवीर सिंह के झाले के पास फसल कटान रोकने के लिए हमला कर दिया। ताबड़तोड़ फायरिंग कर दहशत फैला दी। मजबूरी में परमवीर सरदार पक्ष को भी फायरिंग करनी पड़ी। कई घंटे तक फायरिंग होती रही, जिससे कटरी का गोविंदपुर गांव गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल गया।
खेतों से निकले लोगों ने की जमकर फायरिंग
फरीदपुर से यह घटनास्थल रामगंगा के पार है। वहां पहुंचने में फरीदपुर पुलिस को घंटों लग गए, जबकि भमोरा पुलिस अपने क्षेत्र से सटे इलाके में पहले पहुंच गई। बदायूं जिले की दातागंज की पुलिस भी यहां आ गई। देर रात पहुंचे पुलिस अधिकारियों को सरदार परमवीर के मैनेजर व नौकरों ने घटनाक्रम की जानकारी दी। पड़ोसी फार्म हाउस के मालिक सरदार धर्मवीर सिंह ने पुलिस को घटना से अवगत कराया। सरदार परमवीर के मैनेजर व नौकर बिकेल ने भी पुलिस को जानकारी दी। बताया कि खेतों में पानी भी चल रहा था और नौकर पाइप इकट्ठे कर रहा था। उसी समय पहले पास के खेत से दो लोग आकर बहस करने लगे। फिर करीब 15 लोग और खेतों से निकल आए और फायरिंग शुरू कर दी। उन लोगों ने गन्ने में भागकर अपनी जान बचाई और कॉल करके दूसरों को इसकी जानकारी देकर वहां बुलाया।
तीन साल पहले चंडीगढ़ से सरदार परमवीर सिंह ने गोविंदपुर व आसपास इलाके में जमीन खरीदकर झाला बनाया। यहां करीब एक हजार बीघा जमीन पर खेती हो रही है। इसमें करीब पांच सौ बीघा जमीन परमवीर पक्ष अपनी बताता है। दो सौ बीघा जमीन सरकारी बताई जा रही है और तीन सौ बीघा जमीन को सुरेश पक्ष अपनी बताता है। परमवीर के कटरी में पैर पसारने को सुरेश की सत्ता के लिए चुनौती माना जा रहा था। इलाके में अपना असर कम न हो, इसलिए सुरेश फिर सक्रिय हो गया था। उसने आधा दर्जन से ज्यादा केस भी परमवीर पक्ष पर दर्ज करा दिए थे। जमीन को लेकर शुरू हुई यह रंजिश बुधवार को गैंगवार में तब्दील हो गई।
क्या कहती है पुलिस?
इस बारे में फरीदपुर के सीओ गौरव सिंह ने बताया कि करीब जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। 2 दिन पहले ही फरीदपुर के तहसीलदार ने करीब 53 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। 2 साल पहले भी विवाद में गोलीबारी की गई थी। उस समय भी फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि मरने वाले 3 व्यक्ति पंजाब के रहने वाले हैं। खादर इलाके में इस ट्रिपल मर्डर का आरोप पूर्व प्रधान सुरेश सिंह और उसके समर्थकों पर है। सुरेश सिंह रायपुर हंस का पूर्व प्रधान है। सनसनीखेज वारदात की सूचना पर घटनास्थल पर डीआईजी और एसएसपी भी मौके पर पहुंच गए।