बुधनी के रेहटी तहसील के ग्राम दिगबाड़ से 3-4 जनवरी की दरमियानी रात को अचानक गायब हुई 75 वर्षीय बलिया बाई पति हजारीलाल यदुवंशी का हत्यारा उनकी बहन का पोता ही निकला। जेवरों के लालच में बहन के पोते धर्मेंद्र यदुवंशी निवासी बड़ी बाबरी शिवपुर ने अपने गांव के ही दिलीप यदुवंशी उर्फ भूरा उम्र 20 वर्ष, नीलेश यदुवंशी उम्र 27 वर्ष के साथ मिलकर 75 वर्षीय बलिया बाई यदुवंशी को रात में घर से उठाया था।
घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने बताया कि दिगबाड़ निवासी बुजुर्ग महिला के घर से गायब होने की सूचना प्राप्त हुई थी। इसके बाद टीमें बनाकर मामले की गहन जांच-पड़ताल की। इसमें सामने आया कि बुजुर्ग महिला को घर से उठाकर कुछ लोग बाबरी नर्मदा नदी की तरफ ले गए। इसके आधार पर पुलिस टीम द्वारा लगातार नर्मदा नदी के किनारे एवं नदी में वृद्ध महिला की खोज भी की गई।
इस दौरान बुजुर्ग महिला बलिया बाई का शव नर्मदा नदी में पाया गया। शव को हेंगर में रस्सी से बांधकर बीच नर्मदा नदी में छोड़ा गया था, ताकि शव बाहर न आ सके। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना से एक दिन पहले बुजुर्ग महिला अपने भतीजे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए गांव डिमावर गईं थीं, वहीं पर उनकी बहन ललताबाई का पोता आरोपी धर्मेंद्र यादव मिला था। उसके अगले दिन वह बुजुर्ग महिला के गांव दिगबाड़ भी आया था। यहां पर उसने रैकी की और फिर अपने साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया।