राजनांदगांव जिले के गैंटाटोला थाना अंतर्गत आने वाले लाटमेटा के पास स्थित एक राईस मिल में गत 31 दिसंबर को साढ़े दस बजे एक बड़ा हादसा हो गया। काम के दौरान मजदूरों पर धान की बोरी गिरने से तीन मजदूर घायल हो गए और एक की इलाज के दौरान रायपुर में मौत हो गई। इस पूरे मामले में गैंदाटोला पुलिस पूरी तरह से अंजान नजर आ रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव जिले के अंतर्गत आने वाले थाना गैंदाटोला स्थित तिरूपति एग्रो राईस मिल में गत 31 दिसंबर को साढ़े दस बजे की बताई जा रही है। तीन मजदूर काम करते समय घायल हो गए थे। बताया जा रहा है कि उक्त राईस मिल का काम-काज धर्मेन्द्र मौर्य द्वारा देखा जा रहा है। घटना के बाद आनन-फानन में घायल मजदूरों को राजनांदगांव लाया गया। जिसमें से एक मजदूर को रायपुर रिफर किया गया। जिसका नाम मयाराम निषाद ग्राम दैहान थाना गैंदाटोला बताया जा रहा है। जिसकी मौत 5 जनवरी को हुई है। वहीं तीन अन्य घायल मजदूरों को राजनांदगांव के प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिन्हें उपचार के बाद छूट्टी दे दी गई है। घायल मजदूरों का नाम नरेंद्र, ठाकुर बंाधा, मिथलेश, महेंद्र चंद्रवंशी बताया जा रहा है। इस पूरे मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें राजनांदगांव की एक प्राईवेट अस्पताल का नाम भी सामने आ रहा है। उक्त अस्पताल द्वारा पुलिस को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी गई है।
मामले को दबाने का प्रयास
गैंदाटोला थाना अंतर्गत हुए इस हादसे में दो ग्रामीण घायल हुए और एक मजदूर की मौत हो गई। इस पूरे मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में थाना प्रभारी सईद अख्तर ने बताया कि घटना 31 दिसंबर की है। मजदूर की मौत रायपुर में हुई थी. पंचनाम रिपोर्ट एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्राईवेट अस्पताल भी संदेह के दायरे में मिली जानकारी के अनुसार वीआईपी रोड स्थित एक निजी अस्पताल में मजदूरों का इलाज कराया जा रहा था। जिसकी प्रारंभिक सूचना भी अस्पताल प्रबंधक द्वारा पुलिस को नहीं दी गई है। ऐसी जानकारी सामने आ रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि उक्त मामले का दबाने का प्रयास किया जा रहा है।