मध्य प्रदेश में बच्चा चोर गिरोह तेजी से सक्रिय हुआ है। पुलिस लाख दावे ही क्यों न करे लेकिन सच्चाई किसी से छुपी नहीं है। प्रदेश में हर दिन किसी न किसी का बच्चा चोरी होने के मामले सामने आते हैं। जबकि ये मामले पुलिस रिपोर्ट नहीं करती है। ऐसा ही एक मामला उज्जैन से सामने आया है। यहां बागपुरा क्षेत्र में रहने वाली महिला वैष्णवी 2 साल के बेटे को लेकर उज्जैन रेलवे स्टेशन पहुंची। वह अपने मायके के लिए देर रात तक गाड़ी का इंतजार करती रही। जिसके बाद वो उज्जैन रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के इंतजार में रुकी रही।
दूध की बोतल धोने गई महिला का बच्चा गायब
24 दिसंबर की सुबह 10:35 बजे वह अपने बेटे की दूध की बोतल धोने के लिए, बच्चे को प्लेटफार्म नंबर 1 के पास बुकिंग खिड़की की बेंच पर लेटाकर चली। तभी उसने आकर देखा कि उसका बच्चा गायब है, बच्चे को गायब देख महिला के होश उड़ गए। जिसके बाद महिला रोती हुई JRP थाने पहुंची और उसने पुलिस को बताया कि उसका बच्चा टेबल से गायब है। लेकिन पुलिस ने उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी। जिसके बाद महिला अकेले ही बच्चे की तलाश में पूरे स्टेशन और सड़कों पर इधर उधर भटकती रही।
मेज पर नहीं मिला बच्चा
जिसके बाद उसने बच्चा चोरी होने की बात अपने पति को बताई। बच्चा चोरी होने की सूचना के बाद पूरा परिवार बच्चे की तलाश में जुट गया। लेकिन किसी को भी सफलता हाथ नहीं लगी और अगले दिन 25 दिसंबर की शाम 4 बजे जीआरपी पुलिस ने सीसीटीवी चेक किए तो फुटेज में बच्चे के अपहरण की पुष्टि हुई और पुलिस ने बच्चा चोरी होने की रिपोर्ट लिखी। यहां एक बात तो साफ है कि पुलिस एक लापरवाही के कारण एक मां को एफआईआर दर्ज कराने में 28 घंटे का समय लग गया।
बच्चे को अकेले चोड़कर दूध की बोतल धोने गई थी महिला
फरियादी वैष्णवी ने बताया कि मेरे पति से झगड़ा होने के कारण मैं बेटे वंश को लेकर बड़ी मां के घर भोपाल जाने को निकली थी और रात को उज्जैन स्टेशन पर ही रही रुक गई। जब सुबह एक व्यक्ति बिस्किट देने के बहाने आया। उसने बच्चे को उठाया तो मैंने बिस्किट नहीं लिए और उसे वापस दे दिया। उसके बाद व्यक्ति वहां से चला गया। करीब 10-15 मिनट बाद मैं बच्चे को बेंच पर लेटाकर दूध की बोतले धोने सामने नल तक गई, इतने में बच्चा गायब हो गया। सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो एक आरोपी बच्चे को ले जाता हुआ दिख रहा है।
JRP टीआई से महिला ने लगाई थी गुहार
रोगी कल्याण समिति सदस्य रहे राजेश बोड़ाना ने बताया कि मैं देवासगेट पर किसी काम से आया था। यहां महिला और उसके परिजन बच्चे को खोज रहे थे। यहां देवासगेट थाने के टीआई राममूर्ति शाक्य को घटना बताई। में भी जीआरपी थाने गया। टीआई आरएस महाजन से निवेदन किया कि महिला से सबूत मांग रहे है, आप कैमरे तो चेक कर लीजिए। जीआरपी टीआई ने बोला जो समय बताया उसमें घटना नहीं दिखी। हमने फिर निवेदन किया की समय आगे-पीछे हो सकता है, थोड़ा पहले के फुटेज देख ले। इसके बाद उन्होंने कैमरे चेक कराए तो एक व्यक्ति बच्चा ले जाते दिखा इसके बाद टीआई कुछ नहीं बोले और रिपोर्ट लिख ली।