उत्तर प्रदेश के आगरा और उन्नाव जिलों में विदेश से लौटे दो युवकों के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद प्रशासनिक सक्रियता बढ़ गयी है और राज्य भर के सभी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों में कोविड प्रबंधन का परीक्षण करने के लिए मंगलवार को छद्म अभ्यास (मॉकड्रिल) किया जाएगा। राज्य में स्वास्थ्य महकमा संभाल रहे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने हालांकि भरोसा दिलाया है कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि उप्र में स्थिति नियंत्रण में है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, ”हमें आगरा में एक कोरोना संक्रमित मरीज के बारे में जानकारी मिली है, उसका नमूना जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा गया है।” उन्होंने कहा, “चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि स्थिति नियंत्रण में है और मरीज घर पर पृथक-वास में है। मैं उन सभी लोगों से अपील करना चाहता हूं जिन्होंने हाल ही में विदेश यात्रा की है, जब तक कि आप कोविड-19 के लिए परीक्षण नहीं करवा लेते हैं, तब तक घर में पृथकवास में रहें।
पाठक बोले घबराने की जरूरत नहीं,उत्तर प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है
पाठक ने कहा, “यदि कोई संक्रमित पाया जाता है तो उन्हें तुरंत प्रशासन को सूचित करना चाहिए और हम उनके लिए सभी व्यवस्थाएं करेंगे।” उन्होंने बताया, ”मंगलवार को राज्य भर के सभी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों में हमारे कोविड प्रबंधन का परीक्षण करने के लिए सुबह करीब 10 बजे ‘मॉकड्रिल’ होगी। घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि उत्तर प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है।” उल्लेखनीय है कि चीन से दो दिन पहले आगरा लौटा 40 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया, जिसके बाद वह अपने घर पर पृथक-वास में है। आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण श्रीवास्तव ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के नमूने को जीनोम अनुक्रमण के लिए लखनऊ भेजा जाएगा। श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘व्यक्ति अपने घर पर पृथक-वास में है और स्वास्थ्य विभाग की टीम से उसके परिवार के सदस्यों और उसके संपर्क में आए लोगों की जांच करने को कहा गया है।” संक्रमित व्यक्ति 23 दिसंबर को चीन से दिल्ली के रास्ते आगरा लौटा था, जिसके बाद एक निजी प्रयोगशाला में उसने जांच कराई थी।
संक्रमित युवक के घर पहुंची डॉक्टरों की टीम
श्रीवास्तव ने कहा कि व्यक्ति की जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई। अधिकारी ने कहा कि 25 नवंबर के बाद जिले में कोरोना वायरस संक्रमण का यह मामला सामने आया है। उन्नाव से मिली खबर के अनुसार जिले की हसनगंज तहसील क्षेत्र में लगभग एक माह बाद एक युवक कोरोना संक्रमित मिला है। युवक के कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट जैसे ही स्वास्थ्य महकमे को मिली विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गये। इसके बाद पुलिस के साथ डॉक्टरों की टीम युवक के घर पहुंची और उसके संपर्क में आने वालों को पृथकवास में कर नमूना लेकर जांच को लखनऊ भेजा है। वहीं संक्रमित युवक के नमूने को जीनोम अनुक्रमण के लिए लखनऊ मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। उन्नाव के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉक्टर सत्य प्रकाश ने बताया कि जिले में अंतिम कोरोना संक्रमित मरीज लगभग एक माह पहले मिला था। उन्होंने बताया कि लखनऊ की निजी प्रयोगशाला से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार हसनगंज के एक गांव के रहने वाले 21 वर्षीय एक युवक को कोरोना से संक्रमित बताया गया है।
संक्रमित युवक के संपर्क में आए 24 लोगों
उन्होंने बताया कि इस युवक में किसी तरह के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं, फिर भी सूचना मिलने के बाद हसनगंज सीएचसी से ‘रैपिड रिस्पांस टीम’ (त्वरित प्रतिक्रिया दल) को संक्रमित युवक के घर जीनोम अनुक्रमण के लिए उसका नमूना लेने भेजा गया था। टीम ने युवक और उसके संपर्क में आने वाले 24 लोगों का नमूना लेकर जांच के लिये भेज दिया है। जांच रिपोर्ट अभी तक मिली नहीं है। उन्होंने बताया कि जब तक जांच रिपोर्ट मिल नहीं जाती है तब तक संक्रमित युवक और उसके संपर्क में आने वाले लोगों को घर पर ही पृथक-वास में किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि संक्रमित युवक करीब एक माह पहले दुबई से अपने घर आया था। वापस दुबई जाने के लिए उसने लखनऊ की एक निजी प्रयोगशाला से कोविड की जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट में उसे संक्रमित बताया गया है।