दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक तेजी के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को देश में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य विभाग, औषध विभाग, जैवप्रौद्योगिकी विभाग और आयुष विभाग के सचिवों के अलावा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक राजीव बहल, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. के. पॉल और राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा भी शामिल हुए।
भीड़भाड़ वाली जगहों पर लगाएं मास्क
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि केवल 27-28% लोगों ने एहतियाती खुराक ली है। हम अन्य लोगों, विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों से अपील करते हैं कि वे एहतियाती खुराक लें। एहतियाती खुराक अनिवार्य है और सभी के लिए निर्देशित है। साथ ही उन्होंने कहा कि भीड़भाड़ वाली जगह पर मास्क जरूर लगाए। उन्होंने कहा कि खासकर अधिक आयु वाले लोग मास्क जरूर पहने। उन्होंने बताया कि देश में कोरोना टेस्टिंग पर्याप्त मात्रा में हो रही है। बीच-बीच मे स्वास्थ्य मंत्रालय निर्णय लेगा कि क्या और कदम उठाए जाने हैं और इशके लिए बैठकें होती रहेंगी। डॉ. पॉल ने बताया कि जोनोमिक सर्विलांस के बाद सितंबर में BF.7 वेरिएंट तीन बार भारत में पाया गया था। उन्होंने कहा कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है पर सतर्कता जरूरी है। डॉ. पॉल ने कहा कि अभी देश में 18 साल से ऊपर के केवल 28 फीसदी लोगों को ही बूस्टर डोज लगाया गया है। सभी लोगों को बूस्टर डोज लगवा लेना चाहिए. इसके साथ ही सभी राज्यों को केंद्र सरकार के आदेश का पालन करना होगा।