शहर में नियमों को ताक पर रखकर बनाए गए निर्माण पर डीटीपी एनफोर्समेंट का पीला पंजा चला। इस दौरान कई अवैध मकानों को धराशाई किया गया। इस दौरान अपने आशियानों को मिट्टी में मिलते हुए देखकर लोगों ने तोड़फोड़ की कार्रवाई का विरोध किया। महिलाओं ने पत्थर उठाकर पुलिस का विरोध किया और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर भी संगीन आरोप लगाए। पुलिस ने कई महिलाओं को जबरन गाड़ी में भी बिठाया और थाने ले गए।
विरोध कर रही महिलाओं को पुलिस ने हिरासत में लिया
दरअसल डीटीपी एनफोर्समेंट अधिकारी राजेंद्र शर्मा के नेतृत्व में एक टीम अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए पहुंची थी। तोड़फोड़ की कार्रवाई चल ही रही थी कि वहां रहने वाली महिलाओं ने विरोध करना शुरू कर दिया। महिलाएं हाथ में पत्थर लेकर बुलडोजर के सामने खड़ी हो गई। इस दौरान पुलिस ने महिलाओं को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन वे किसी की कोई बात सुनने के लिए तैयार नहीं थी। तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान वहां के निवासियों की पुलिस के साथ काफी बहस हुई। इसके बाद पुलिस ने एक महिला को जबरन गाड़ी में बैठाया और अपने साथ थाने ले गई। महिलाओं पर डीटीपी एनफोर्समेंट अधिकारी के साथ हाथापाई करने का आरोप लगा है।