हाल ही में संपन्न हुए उपचुनावों में मिली सफलता के बाद से उत्साहित सपा प्रमुख अखिलेश यादव यूपी में होने वाले निकाय चुनाव की तैयारियों में जुट गए है। इसके मद्देनजर उन्होंने लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में आज प्रदेश भर के पदाधिकारियों के साथ नगर निगम के उम्मीदवारों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में प्रदेश के कोने कोने से कार्यकर्ता व समर्थक टिकट के लिए आए है।
यूपी के 17 नगर निगमों में 1 भी सपा के पास नहीं
2017 में हुए उत्तर प्रदेश के नगर निगम चुनाव में उस वक्त के 16 नगर निगमों में से 14 नगर निगमों कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ, गाजियाबाद, वाराणसी, आगरा, बरेली, मथुरा, मुरादाबाद, सहारनपुर, अयोध्या, फिरोजाबाद, गोरखपुर, झांसी पर भाजपा तो अलीगढ़ और मेरठ पर बसपा ने कब्जा किया था। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी। वहीं शाहजहांपुर को 2018 में नगर निगम बनाया गया था।
उपचुनाव में मिली जीत से सपा के मनोबल बढ़ा
मैनपुरी लोकसभा व खतौली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मिली जीत से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव व सपा नेताओं का मनोबल बढ़ा हुआ है। सपा इस चुनाव में मिली जीत को भुनाना चाहती है। इसके लिए सपा प्रमुख ने खास रणनीति बनाई है। आपको बता दे कि 2022 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद सपा प्रदेश में हो रहे निकाय चुनाव में पूरे दमखम से ताल ठोकने के मूड में है। इसके लिए वह पार्टी के कद्दावर नेताओं को अहम जिम्मेदारी सौंपने जा रही है।
उम्मीदवारों के साथ बैठक
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को 5 विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा कार्यालय पर नगर निगम के टिकट उम्मीदवारों के साथ पार्षद व नगर पालिका परिषद के प्रत्याशियों के साथ बैठक की। सपा नेताओं का कहना है कि सपा प्रमुख इस चुनाव में किसी प्रकार का रिस्क नहीं लेना चाहते है। इसलिए वह हर जिले के पार्टी नेताओं से टिकट की दौड़ में शामिल प्रत्याशियों के बारे में फीडबैक ले रहे है। हर जिले में पार्टी में सबसे ज्यादा स्वीकार्य नेताओं को ही पार्टी टिकट देने का विचार कर रही है।