सोलन : उद्योग विभाग ने बद्दी में दवा बनाने वाली कंपनी का औद्योगिक प्लाट रद्द कर दिया है। विभाग ने नोटिस का जवाब न देने पर यह कार्रवाई की है। देश की सबसे बड़ी फार्मा हब में नकली दवा का मामला सामने आने के बाद 2 दिसम्बर को कारण बताओ नोटिस जारी कर 8 दिसम्बर तक जवाब देने को समय दिया था लेकिन निर्धारित समय में कंपनी की ओर से कोई जवाब फाइल न होने पर शुक्रवार को प्लाट रद्द करने के आदेश जारी कर दिए।
ट्राइजल फार्मूलेशन के नाम पर मिली थी प्लाट को ट्रांसफर करने की मंजूरी
ट्राइजल फार्मूलेशन के नाम पर इस औद्योगिक प्लाट को ट्रांसफर करने की मंजूरी मिली थी लेकिन मौके पर नकली दवाओं का निर्माण ऐसे उद्योग में हो रहा था जिसका रिकॉर्ड उद्योग विभाग के पास भी नहीं था। पंजाब केसरी में इस मामले का खुलासा होने के बाद उद्योग विभाग ने इसका संज्ञान लेते हुए कंपनी को नोटिस जारी कर दिया। इस मामले में सबसे बड़ी बात यह थी कि संबंधित कंपनी ने प्लाट की अनुमति मिलने के बाद सितम्बर माह से ट्रांसफर फीस जमा नहीं की थी जबकि मौके पर सारा एंटरप्राइजिज के नाम पर चल रहे उद्योग में नकली दवाओं का निर्माण किया जा रहा था। मामले का खुलासा होते ही उद्योग को सील कर दिया गया था।
नामी कंपनियों के नाम पर हो रहा था नकली दवाओं का निर्माण
सूत्रों के अनुसार जिस उद्योग में नामी कंपनियों के नाम पर नकली दवाओं का निर्माण हो रहा था वह उद्योग पहले किसी और कंपनी के नाम था। उस कंपनी ने उद्योग विभाग में ट्राइजल फार्मूलेशन के नाम पर ट्रांसफर करने के लिए आवेदन किया था। ट्राइजल फार्मूलेशन ही नकली दवाओं के आरोप में पकड़े गए मुख्य आरोपित की कंपनी है। उद्योग के भवन पर सारा एंटरप्राइजिज के नाम का बोर्ड लगा हुआ है। इस नाम का उद्योग विभाग के साथ-साथ अन्य संबंधित विभाग के पास कोई रिकार्ड नहीं है। बिजली बोर्ड पहले ही अवैध नाम से चल रहे उद्योग को बिजली का कनैक्शन देने पर जांच बैठा चुका है।
क्या बोले उद्योग विभाग के अधिकारी
उद्योग विभाग के अधिकारी ने बताया कि नकली दवा मामले में उस उद्योग का प्लाट रद्द कर दिया जहां पर नकली दवाओं का निर्माण किया जा रहा था। नोटिस जवाब न मिलने पर यह कार्रवाई की गई है। यहां पर विदित रहे कि ड्रग विभाग ने 22 नवम्बर को एक क्रेटा गाड़ी से नकली दवाएं बरामद कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद बद्दी में नकली दवाओं के निर्माण का खुलासा हुआ था।