समाजवादी पार्टी (SP) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर अपने गृह जिले में स्थापित इटावा सफारी पार्क की अनदेखी का बड़ा आरोप लगाया और कहा कि सरकार को नैसर्गिक सुंदरता से भरपूर पर्यटक स्थल को विश्वस्तरीय बनाने के लिए पैसों का इंतजाम करना चाहिए। यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगर सफारी बेहतर बनेगी तो पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा होगा इससे सरकार के खाते में राजस्व पहुंचेगा। आगरा आने वाले पर्यटकों को इटावा सफारी तक लाया जा सकता है। अखिलेश ने इटावा सफारी के भ्रमण करने के बाद एक 54 सेकंड का वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें सफारी में विचरण कर रहे चीतल और हिरन बड़ी तादाद में नजर आ रहे हैं।
सत्ता में आने के बाद अखिलेश सरकार ने इटावा सफारी पार्क का निर्माण कराया था शुरू
गौरतलब है कि 2012 में सत्ता में आने के बाद अखिलेश सरकार ने इटावा सफारी पार्क का निर्माण शुरू कराया था लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा सरकार की विदाई के बाद निर्माण कार्य प्रभावित हुआ। अखिलेश यादव ने कहा कि इटावा सफारी पार्क ने चंबल और इटावा को देश दुनिया में एक नई पहचान दी है। आज भले ही समाजवादियों की सरकार उत्तर प्रदेश में ना हो लेकिन हमारी सरकार से मांग है इटावा सफारी पार्क को फंड दे और बेहतर करने की व्यवस्था करें ऐसा करने से सरकार को बहुत बड़ा फायदा भी होगा और पर्यटको की संख्या में खासा इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि जितना इसका विकास होगा, उतना इटावा और उसके आसपास का विकास होगा।
इटावा सफारी पार्क की बेहतरी के लिए सरकार खर्च करे पैसा
उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार नहीं है लेकिन सरकार को बिना कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए और जितना हो सके कितना बजट देना चाहिए ताकि यहां पर जो एनिमल सफारी ऑनलाइन सफारी हैं। उनका विकास हो सके और जो लोग यहां देखने आते हैं उन्हें सुविधाएं मिल सकें। चंबल के बीहड़ों में स्थित इटावा सफारी पार्क फिलहाल पर्यटकों को आकर्षित करने में विफल रहा है। सफारी पार्क अपने आप में इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एशिया का एकमात्र ब्रीडिंग सेंटर है जिसके जरिए एशियाटिक शेरों की संख्या में इजाफा होना तय माना जा रहा है। फिलहाल इटावा सफारी पार्क में 19 शेर हैं इनमें से 10 अकेले इस सफारी पार्क में ही पैदा हुए हैं । तीन भालू भी यहां पर है लेकिन आगरा से एक दर्जन के आसपास भालुओं को लाया जाना है।