गुना की चौरसिया कॉलोनी में पटरी पार करने के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया। राजस्थान से गुना शादी समारोह में शामिल होने आए मां-बेटे की मौत हो गई। इस हादसे के लिए स्थानीय लोगों ने रेलवे की लापरवाही की जिम्मेदार ठहराया है। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि जिसने भी मौके का मंजर देखा, उसकी आंखों से आंसू निकल पड़े।
रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर हुई हृदय विदारदक दुर्घटना में राजस्थान की छबड़ा तहसील के सेवनखेड़ी में रहने वाली 25 वर्षीय मंजू ओझा की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि उसके 3 वर्षीय बेटे रामलखन ने जिला अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। सेवनखेड़ी निवासी मजदूर विनोद ओझा का पूरा परिवार गुना की चौरसिया कॉलोनी में आयोजित शादी समारोह से लौटकर स्टेशन की ओर जा रहा था। सुबह लगभग 11 बजे रेलवे की पटरी पार करने के दौरान मंजू ने जल्दबाजी दिखाई। विनोद ने सामने की तरफ से आ रहीं दो ट्रेनों को देखकर उसे रोकने का प्रयास किया। लेकिन जल्दबाजी में मंजू और रामलखन पटरी पार करते हुए आगे बढ़ गए। चौरसिया कॉलोनी में रेलवे के तीन ट्रैक बिछे हुए हैं। जिस समय मंजू पटरी पार कर रही थी, पहले ट्रैक से ट्रेन गुजर चुकी थी और तीसरे ट्रैक से एक अन्य ट्रेन तेजी से आ रही थी। जिसकी धमक से मंजू घबरा गई और जोरदार झटका लगने से दूर जा गिरी।
इस हादसे में मंजू की मौके पर मौत हो गई, जबकि 3 वर्षीय रामलखन को स्थानीय रहवासी जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसने दम तोड़ दिया। अपनी पत्नि और बेटे के साथ हुए हादसे को देखकर विनोद ओझा पटरी की दूसरी तरफ बैठकर बिलखता रहा, जिसे स्थानीय लोगों ने संभाला। हालांकि रहवासियों का आरोप है कि रेलवे ने रिहायशी क्षेत्र होने के बावजूद यहां सुरक्षा को लेकर इंतजाम नहीं किए हैं। इसकी वजह से लोग लापरवाही बरतते हैं और पटरी पार करने का प्रयास करते हैं। इस तरह का यह पहला हादसा नहीं है, क्षेत्र में ट्रेन की चपेट में आने से पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। बीती 26 नवंबर को लगभग इस क्षेत्र से गुजर रहे 16 वर्षीय छात्र की ऐसे ही हादसे में जान चली गई थी। हाल ही में कुछ गायों के ट्रेन से कटने की जानकारी भी लोग दे रहे हैं। शुक्रवार सुबह हुई मां-बेटे की मौत ने भी लोगों को गमगीन कर दिया है। जिसने भी हादसे को देखा, उसकी आंखों में आंसू थे और परिवार के प्रति लोग संवेदनाएं व्यक्त कर रहे थे।