किसी ने सोना दिलाने के नाम पर ठगा तो किसी ने क्रिप्टोकरंसी के नाम पर लूटा। इतना ही नहीं कई कंपनियों के रीजनल मैनेजर और सेल्समैन पेमेंट लेकर आगे कंपनी में जमा नहीं करवाई। रोज-रोज के तकाजे से परेशान होकर कैथल की मंडी में खाद, बीज दवाई की दुकान करने वाले हरसौला निवासी नरेश ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस ने नरेश के पास से मिले सुसाइड नोट के आधार पर 94 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है।
पिता बोले-कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान था मृतक नरेश
मृतक नरेश के पिता ने शिकायत में बताया कि उसका छोटा लड़का नरेश खेतीबाड़ी के साथ-साथ अनाज मंडी कैथल में हरियाणा एग्रीकल्चर सेंटर के नाम से खाद, बीज व दवाई की दुकान चलाता था। वह कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान था। पूछने पर नरेश ने बताया कि कई लोग उसे पैसे के लेनदेन के कारण प्रताड़ित कर रहे हैं। नरेश खेतीबाड़ी का काम भी करता था जब वह खेत में गए तो उन्होंने देखा कि खेत के कोठे में उनके लड़के नरेश ने फंदा लगा रखा था। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
सुसाइड नोट में नरेश कुमार ने लिखा है कि जिन लोगों से उसने पैसे लेने थे। वह लोग उसे पैसे नहीं दे रहे थे और जिनके उसने पैसे देने थे वे उसे प्रताड़ित कर रहे थे। नरेश ने अपने सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि मई-जून में संदीप ढुल्ल पाई व विनोद शर्मा कुरुक्षेत्र ने कहा था कि क्रिप्टोकरंसी में पैसा लगा लो 10 महीने में पैसा 3 गुना हो जाएगा। उनके कहने पर उसने ग्यारह लाख 86 हजार लगा दिए और एक रुपया भी वापिस नहीं आया। ऐसे ही कई लोगों ने उसे पैसे दुगने करने की शर्त लगाई परंतु किसी ने उसके पैसे वापस नहीं किए। इसीलिए नरेश ने अपने सुसाइड नोट में कुल 94 लोगों द्वारा उसको सुसाइड करने के लिए मजबूर करने के आरोप लगाकर खुद आत्महत्या कर ली। नरेश ने लिखा है कि उसने इन लोगों से परेशान होकर आत्महत्या की है इसलिए इन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।